मानवीय आधार पर इजरायल और हमास के बीच 24 घंटे के सीजफायर के बाद इजरायल ने फिर से गाजा में गोलीबारी शुरू कर दी है. यह सीजफायर सयुंक्‍त राष्‍ट्र के बीच में आने के बाद हुआ था और इस संघर्ष में अब तक 1060 लोगों की जान जा चुकी है.


यूएन की मध्यस्थता के बाद सीजफायरइजरायल और हमास के बीच जारी संघंर्ष में यूएन के बीच में आने के बाद एक दिन के सीजफायर की घोषणा हुई है. हालांकि इसके बाद भी इजरायली तरफ से गोलीबारी नही रुकी.  गौरतलब है कि हमास ने पहले इस संघर्षविराम को मानने से इंकार कर दिया था क्योंकि उसके अनुसार गाजा क्षेत्र से इजरायली टैंको की वापसी के बगैर कोई सीजफायर वेलिड नही होता है.दोनों तरफ से आरोप शुरू


इस सीजफायर के बाद दोनों तरफ से आरोप लगना शुरू हो गए हैं. हमास ने इजरायल पर सीजफायर के प्रति कमिटमेंट ना दिखाने का आरोप लगाते हुए रॉकेट दागना शुरू कर दिया. गौरतलब है कि कासम बिग्रेड ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसने किरयात गात में 5 रॉकेट दागे हैं. इस सूचना से पहले इजरायली डिफेंस फोर्स ने अपने ट्विटर अकाउंट से बताया था कि उसने चार रॉकेटों को हवा में ही मार गिराया और एक रॉकेट खुले स्थान पर गिरा है जिससे एक इजरायली नागरिक को मामूली चोट आई है.इजरायल ने फिर शुरू किए हमले

हमास की तरफ से रॉकेट हमलों के बाद इजरायल ने गाजा पर फिर से हमले करना शुरू कर दिया है. इस बारे में इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा है 'गाजा के लोगों की मदद के लिए संघर्षविराम पर सहमति हुई थी, लेकिन हमास के लगातार राकेट दागने के बाद आईडीएफ गाजा पट्टी में हवाई, नौसैनिक और जमीनी गतिविधियां फिर शुरू करेगा.' गौरतलब है कि आईडीएफ ने इससे पहले भी हमास को चेताया था कि अगर हमास सीजफायर का उल्लंघन करेगा तो इजरायल उसका कड़े से कड़ा जवाब देगा. इसके साथ ही इजरायली पीएम बेंजामीन नेतनयाहू ने हमास पर सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाया. गौरतलब है कि इस संघर्ष में 46 इजरायली सैनिकों के साथ एक भारतीय मूल का सैनिक भी मारा जा चुका है.

Posted By: Prabha Punj Mishra