- कोरोना महामारी के चलते मुस्लिम समाज के कई लोगों ने लिया फैसला

-खुद की सुरक्षा के साथ दूसरों को भी रखना सुरक्षित है जिम्मेदारी

बरेली:

ईद के कुछ ही दिन बचे हैं लेकिन शहर मे ंअभी भी लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में सभी सोशल डिस्टेसिंग फॉलो करना और कराना भी जरूरी है। इसीलिए मुस्लिम समाज के ही कई लोगों का कहना है कि वह इस बार ईद तो मनाएंगे, लेकिन किसी के घर न जाएंगे और अपने घर पर किसी को बुलाएंगे। क्योंकि वह चाहते हैं कि अपनों के साथ वह भी सुरक्षित रहे। क्योंकि कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिए ही लॉकडाउन किया गया। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। ईद के बाद भी जब सब कुछ सामान्य हो जाएगा तभी किसी के घर जाएंगे।

फोन से देंगे मुबारकबाद

मुस्लिम समाज के लोगों की मानें तो वह हर बार ईद पर सभी के साथ मिलकर मनाते थे। एक दूसरे के घरों पर जाने का सिलसिला ईद से शुरू होता था जो 15 दिन तक चलता रहता था, लेकिन इस बार तो कोरोना संक्रमण के चलते लोग घरों में भी अधिक लोगों को न बुलाना पंसद करेंगे और न दूसरों के घरों पर जाना पसंद करेंगे। क्योकि हर किसी को कोरोना संक्रमण न फैले इसकी चिंता है। हर कोई इस संकट के दौरान में खुद को सुरक्षित रखने के साथ अपने परिवार को भी सुरक्षित रखने की चिंता कर रहा है। इसीलिए इस बार ईद परिवार के साथ ही मनाएंगे और लोगों को फोन पर या फिर वीडियो कॉलिंग कर ईद की मुबारकबाद देंगे। क्योंकि सोशल डिस्टेसिंग को फॉलो करना जरूरी है।

ईद तो आने वाली है कुछ ही दिन बचे हैं लेकिन शहर में लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे में इस बार ईद घर पर ही रहकर मनांउगा।

अजादार हुसैन

सब कुछ सामान्य रहा तब तो ठीक है वर्ना घर पर ही रहकर ईद मनाई जाएगी। क्योंकि लॉकडाउन को फॉलो करना तो जरूरी है। सोशल डिस्टेंिसंग भी जरूरी है।

शानू

-इस बार ईद पर ज्यादा लोगों के साथ भीड़-भाड़ नहीं कर सकते हैं। सादगी से ईद मनाई जाएगी। लोग भी अवेयर है वह खुद भी भीड़ में जाने से बच रहे हैं।

समीर

Posted By: Inextlive