-सेलफोन तो रिकवर होते हैं लेकिन चोर नहीं पकड़े जाते

- पुलिस की कार्य प्रणाली की डीआईजी ने की खिंचाई

ALLAHABAD:

सेलफोन रिकवरी मामले में कुछ गोलमाल तो है। सेलफोन तो रिकवर होते हैं लेकिन चोर व लुटेरे कभी पकड़े नहीं जाते। हर महीने सेलफोन रिकवर कर अपनी पीठ ठोंकने वाली पुलिस के हाथ कभी चोरों व लुटेरों की गर्दन तक नहीं पहुंच पाते हैं। सेलफोन बरामदगी व चोरों के पकड़ में आने के खेल पर अफसरों की भी नजर है। इस तरह की आंकड़ेबाजी का मामला डीआईजी जीके शाही के संज्ञान में भी आया। उन्होंने इस पर खिंचाई की और सेलफोन चुराने व लूटने वालों की धरपकड़ के निर्देश दिए।

5000 सेलफोन होते हैं गायब

सेलफोन चोरी व छिनैती की घटनाएं साल भर में काफी बढ़ी हैं। लास्ट ईयर 5000 सेलफोन छीने गए या चोरी गए। रिपोर्ट पुलिस ने दर्ज की और लगभग 500 सेलफोन बरामद किए। सेलफोन को आईएमईआई नंबर के आधार पर ट्रेस किया। जब भी सेलफोन ऑन हुआ, उसका इस्तेमाल करने वालों को पुलिस ने ट्रेस कर लिया। जेल भेजने की धमकी देकर पुलिस ने सेलफोन तो रिकवर कर लिया। सेलफोन लोगों के पास कैसे पहुंचे, इस प्वाइंट पर कभी तहकीकात नहीं की गई। पुलिस का फोकस सेलफोन की रिकवरी तक ही सीमित रहा। सेलफोन को छीनने व लूटने वाले को पकड़ने की कभी कोशिश नहीं की गई।

मालदा है बड़ा हब

सिटी से चोरी या लूटे जाने वाले सेलफोन का सबसे बड़ा मार्केट वेस्ट बंगाल का मालदा जिला है। जितने सेलफोन 2015 में रिकवर किए गए, उनमें से आधे इसी डिस्ट्रिक्ट में मिले। पुलिस सोर्सेज का कहना है कि सिटी में सेलफोन चुराने वाला गैंग एक्टिव है जिसका कनेक्शन वेस्ट बंगाल से है। मालदा तक सेलफोन पहुंचाने की बात अक्सर सामने आई लेकिन कभी गैंग को पकड़ने की कोशिश नहीं की गई। लास्ट ईयर झपटमारी करते दर्जन भर युवक पकड़े भी गए लेकिन वह सभी लोकल थे। वेस्ट बंगाल या मालदा से कनेक्शन रखने वाले गैंग का एक भी मेंबर आज तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका।

इलाहाबाद में ही हो रही छिनैती

सेलफोन छीनने व चोरी करने की घटनाएं इलाहाबाद में ही सामने आ रही हैं। वेस्ट यूपी के जिलों में सेलफोन छिनैती न के बराबर होती है। इलाहाबाद में ज्यादा छिनैती के पीछे वजह यह भी है कि एफआईआर दर्ज करने से लेकर रिकवरी तक में पुलिस सही से काम नहीं करती। यह भी एक इंपार्टेट फैक्ट है कि जिसके सेलफोन रिकवर होते हैं, उसका कहीं न कहीं पुलिस से कनेक्शन होता है। आम आदमी तो चोरी गए सेलफोन के बारे में तो भूल ही जाता है।

फैक्ट फाइल

-लास्ट ईयर 5000 सेलफोन छीने गए या चोरी हुए

- लगभग 500 सेलफोन बरामद किए।

सेलफोन चुराने व लूटने वालों की धरपकड़ के निर्देश दिए गए हैं। सिर्फ रिकवरी से ही काम नहीं चलेगा। जो सेलफोन उड़ा रहा है, उसका पकड़ा जाना भी जरूरी है। जब तक लुटेरे नहीं पकड़े जाएंगे, घटनाएं नहीं रुकेंगी।

जीके शाही, डीआईजी

Posted By: Inextlive