श्री रामदल बैरहना की ओर से 'रंग बरसे' पर केन्द्रित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन आयोजित

ALLAHABAD: श्री राम दल बैरहना की ओर से मंगलवार को मधवापुर में स्व। हरिवंश राय बच्चन के गीत रंग बरसे पर केन्द्रित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि मातृ स्नेह संगम सेवा संस्थान के अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन का उद्घाटन किया। शायर शाहिद सफर ने 'कभी सूफी बनाता है कभी साधु बनाता है, वही जर्रा चमकता है जिसे एक तू बनाता है' पंक्तियां सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

बूढ़ों में दम नहीं होता

हास्य कवि लालजी सिंह ने 'बूढ़ों में दम नहीं होता ऐसा मत सोचो, नहीं विश्वास तो जाकर आशाराम से पूछो' पंक्तियां सुनाकर श्रोताओं को हंसाया। शैलेन्द्र मधुर ने 'हम हैं शंकर जहर ही पीते हैं हम फटे ख्वाब रोज सीते हैं। हम ही सीमा पर गोलियां खाते है, हम तिरंगे का दर्द जानते हैं' पंक्तियां सुनाई। इसके अलावा नरकंकाल, जावेद शोहरत, प्री ता बाजपेई, आनंद प्रकाश श्रीवास्तव, नजर इलाहाबादी ने भी सम्मेलन में रंग भरा। इस दौरान वाराणसी से आए कवि डॉ। अनिल चौबे को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर इस्माइल बाबा सम्मान से सम्मानित किया गया। श्री रामदल बैरहना के अध्यक्ष नीरज सिन्हा ने कवियों का स्वागत किया।

Posted By: Inextlive