सोशल मीडिया पर आरोपी अफसर विकास के फेवर में आए लोग.

सादिया अनस का एच-1 वीसा भी अस्वीकार करने की बात सामने आई

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LUCKNOW : तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले में सेंट्रल की एक खुफिया एजेंसी की ओर से भी जांच शुरू कर दी गई है। पासपोर्ट कार्यालय के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सेंट्रल एजेंसी की ओर से कई बिंदुओं पर जानकारी तलब की गयी है। जल्द ही इस मामले से जुड़े दस्तावेजों की गहनता से पड़ताल भी की जानी है। सूत्रों की मानें तो जल्द ही उसकी एक टीम राजधानी आकर जांच भी कर सकती है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है।

 

यह तो होना ही था

जिस तरह से पासपोर्ट मामले ने तूल पकड़ा है, उससे साफ हो गया था कि कहीं न कहीं इस उच्चस्तरीय जांच की जाएगी और अंतत: ऐसा ही हुआ है। आरोपी वरिष्ठ अधीक्षक विकास मिश्रा ने जो बयान दिए, उससे कहीं न कहीं पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाली तन्वी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। इसकी वजह यह भी है कि तन्वी ने आवेदन तो तन्वी के नाम से किया था लेकिन निकाहनामा सादिया अनस के नाम से लगाया गया था। जिसको लेकर ही दोनों पक्षों के बीच सवाल जवाब हुए थे। वहीं यह मामला चंद घंटों में ही सोशल मीडिया के जरिए पूरे देश में चर्चा का सबब बन गया जिसके बाद इसकी जांच की कवायद शूरू हो गयी है।

 

आखिर गलती किसकी

पासपोर्ट अधिकारियों की ओर से आनन-फानन में तन्वी को पासपोर्ट जारी किए जाने के कारण सोशल मीडिया पर जंग सी छिड़ गई है। ट्विटर पर हर कोई विकास के साथ खड़ा नजर आ रहा है। ट्विटर के माध्यम से यह भी जानकारी सामने आई है कि सादिया अनस का एच-1 वीजा भी निरस्त किया जा चुका है। अगर ऐसा है तो कहीं न कहीं सादिया के नाम से पासपोर्ट भी पहले बना होगा। वहीं पासपोर्ट कार्यालय के सूत्रों की माने तो तन्वी के साथ-साथ सादिया अनस के नाम से भी सारा रिकॉर्ड खंगाला गया, लेकिन कोई पासपोर्ट सामने नहीं आया।

 

भाजपा सांसद ने की पुष्टि

भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि यह बात सही है कि सादिया अनस का एच-1 वीजा अस्वीकृत किया गया था। इसकी वजह थी उनका इस्लामिक नाम। सांसद की ओर से विस्तृत जांच कर रिपोर्ट दिए जाने की मांग की गई है। वहीं एक अन्य ने ट्वीट किया कि पासपोर्ट आवेदन फॉर्म में तन्वी सेठ, वोटर आईडी पर तन्वी अनस, आधार कार्ड पर तन्वी अनस सिद्दीकी, एट कैपजेमिनी बैज पर तन्वी सेठ और निकाहनामा पर सादिया अनस सिद्दीकी लिखा है। ऐसी स्थिति में उन्होंने यूएस और भारत को चेताया है कि इन्हे वर्क वीजा जारी करने से पहले अलर्ट रहें।

 

पासपोर्ट कार्यालय पर भी सवाल

वहीं आनन-फानन में दंपती को पासपोर्ट जारी करने वाले पासपोर्ट कार्यालय की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि आम आवेदकों को तो तत्काल पासपोर्ट नहीं दिया जा सकता है, पुलिस वैरीफिकेशन के बाद ही पासपोर्ट जारी किया जाता है। ऐसी स्थिति में उन्हें इतनी जल्दी पासपोर्ट कैसे दे दिया गया। उधर, पासपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि किसी को भी पासपोर्ट तुरंत दिया जा सकता है।

 

मना नहीं करते, अगली डेट देते

विदेश मंत्रालय की ओर से पासपोर्ट आवेदकों को राहत देने के लिए कई मामलों में राहत दी गई है। यदि किसी आवेदक के कागज पूरे नहीं हैं या फिर उनमें कोई खामी है तो आवेदक को मना नहीं किया जाता है बल्कि उन्हें अगली डेट दी जाती है। जिसमें आवेदक के द्वारा सही कागज पेश करने होते हैं। तन्वी मामले में भी ऐसा ही हुआ है। उनका एप्वाइंटमेंट बुधवार का था लेकिन कागजों में खामी मिलने के कारण उन्हें गुरुवार को पासपोर्ट हेड ऑफिस बुलाया गया था। जहां से उन्हें पासपोर्ट दिया गया।

 

विकास के समर्थन में शिवसेना

शिवसेना उप्र प्रमुख ठाकुर अनिल सिंह वरिष्ठ अधीक्षक विकास मिश्रा को सम्मानित करेंगे। विकास का ट्रांसफर किए जाने के कारण उन्होंने रोष भी व्यक्त किया है। शिव सेना प्रमुख की ओर से नियम और मानकों को ताक पर रखकर पासपोर्ट बनाए जाने पर भी सवाल उठाए हैं।

Posted By: Inextlive