-पुरानी हो चुकी मशीनों का जायजा लेने आएगी सेंट्रल टीम

-बेकार मशीनों की जगह लगाई जाएंगी नई अत्याधुनिक मशीनें

>kanpur@inext.co.in

KANPUR : लालइमली को चलाने की कवायद शुरू हो गई है। मेक इन इंडिया के तहत विश्व प्रसिद्ध लालइमली को चलाने के लिए केंद्र से हरी झंडी मिल चुकी है। अब इसी सप्ताह केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय की टीम लालइमली की बूढ़ी हो चुकी मशीनों का सर्वे करने आएगी। टीम अपने सर्वे में यह तय करेगी कि किस मशीन से काम लिया जा सकता है और किससे नहीं। बेकार हो चुकी मशीनों की जगह नई अत्याधुनिक मशीनों को लगाकर उत्पादन किया जाएगा। पिछले सप्ताह दिल्ली में केन्द्रीय कपड़ा मंत्री संतोष गंगवार ने घोषणा की थी कि तीन महीने के अंदर लालइमली में उत्पादन शुरू कर ि1दया जाएगा।

ओवरहालिंग की जरूरत

बीएमएस के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीकांत अवस्थी व अनिल उपाध्याय ने बताया कि मंत्री ने वार्ता के दौरान बताया था कि उन्होंने लालइमली का जब निरीक्षण किया तब कई मशीनों ऐसी देखी, जिनसे अब काम लेना मुश्किल है। उन मशीनों की जगह नई मशीनों को लगाया जाएगा। वहीं प्रबंध निदेशक निर्मल सिन्हा का कहना है कि चूंकि वर्षो से कई मशीने चली नहीं हैं। इसलिए उनकी ओवरहालिंग की जरूरत पड़ेगी।

--------------------

इसी हफ्ते मिल सकता वेतन

स्पिनिंग हेड पीके सिंह ने बताया कि लालइमली की मशीनें हर तरह का वूलेन कपड़ा बनाने में सक्षम हैं। अन्य कंपनियों के मुकाबले में यह सस्ता भी पड़ता है। मशीनों को ओवरहाल करने के बाद उत्पादन करने के लिए तैयार हो जाएंगी। कपड़ा मंत्री को प्रबंध निदेशक ने लालइमली के कर्मचारियों के बकाया वेतन का ब्योरा दे दिया है। संकेत मिल रहे हैं कि इसी सप्ताह वेतन बांटने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

Posted By: Inextlive