कोविड के नए वेरिएंट 'ओमिक्रोन' की बढ़ती चिंताओं के बीच केंद्र ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए है। इसके तहत 'जोखिम वाले' देशों से यात्रा करने वाले यात्रियों पर एयरपोर्ट पर कड़ी नजर रखी जाएगी। उनका कोविड टेस्ट भी किया जाएगा।


नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट 'ओमिक्रोन' को लेकर भारत सरकार अलर्ट हो गई है। उसने कुछ देशों में इस नए वैरिएंट के केस सामने आने के बाद अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को लेकर नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। केंद्र द्वारा जारी एक एडवाइजरी के अनुसार यात्रियों को उड़ान बुक करने से पहले ऑनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर एक सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरना होगा और पिछले 14 दिनों की ट्रैवेल हिस्ट्री मेंशन करनी होगी। निगेटिव आरटी-पीसीआर टेस्ट के रिजल्ट को यात्रा से पहले एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इसके अलावा जोखिम वाले देशों के यात्रियों को आगमन के बाद कोविड-19 परीक्षण करना होगा और हवाई अड्डे पर परिणामों का इंतजार होगा। हवाई अड्डे पर आगमन पर, विमान के कुल यात्रियों में 5 प्रतिशत यात्रियों का परीक्षण किया जाएगा। पिछली लहरों के दौरान पहले भी इसी तरह की व्यवस्था की गई
अतिरिक्त आरटी-पीसीआर सुविधाएं, आवश्यकतानुसार, सभी हवाई अड्डों पर भी स्थापित की जा सकती हैं। इस संबंध में जीएमआर के प्रवक्ता ने एएनआई को बताया, हम नई एडवाइजरी की आवश्यकताओं से अवगत हैं और नए दिशानिर्देशों और यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए समय पर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ तैयार रहेंगे। हमने महामारी की पिछली लहरों के दौरान पहले भी इसी तरह की व्यवस्था की है। हम टर्मिनल के अंदर यात्रियों के ठहरने के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करेंगे। इसी तरह, जेनेस्ट्रिंग्स लैब अपने कर्मचारियों को दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों के परीक्षण के लिए तैनात कर रही है ताकि कोविड के लिए परीक्षण क्षमता बढ़ाई जा सके, क्योंकि दिल्ली हवाईअड्डे ने पीक टाइम पर बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों का आगनम देखा गया है। यात्रियों को समय पर सटीक परिणाम प्रदान करने का प्रयास जेनेस्ट्रिंग्स एयरपोर्ट ऑपरेटर के साथ-साथ एमओसीए को पूर्ण समर्थन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और पूरी तरह से तैयार है। जेनेस्ट्रिंग्स डायग्नोस्टिक्स के संस्थापक और निदेशक डॉ गौरी अग्रवाल जेनस्ट्रिंग्स ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि हम लगभग 800-1000 यात्रियों के पीक टाइम ट्रैफिक का अनुमान लगाते हैं। जेनेस्ट्रिंग्स ने परीक्षण का उचित प्रोटोकॉल लेने और यात्रियों को समय पर सटीक परिणाम प्रदान करने की सलाह दी है। प्रयोगशाला का उद्देश्य कर्मचारियों की पर्याप्त आवश्यकताओं को सुनिश्चित करके यात्रियों की प्रतीक्षा अवधि को कम करने के लिए चार घंटे में परीक्षण रिपोर्ट प्रदान करना है।

Posted By: Shweta Mishra