मोदी सरकार ने प्‍याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए प्रभावकारी कदम उठाना शुरू कर दिया है. इनमें सबसे पहला कदम प्‍याज के निर्यात पर रोक लगाने के रूप में हो सकता है.


रुक सकता है प्याज का एक्सपोर्टआने वाले दिनों में मोदी सरकार प्याज की आसमान छूती कीमतों को थामने के लिए प्याज को एक्सपोर्ट करना बंद कर सकती है. खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने वाणिज्य मंत्रालय को प्याज एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने की सलाह दी है. इस मामले में पासवान ने कॉमर्स मिनिस्टर निर्मला सीतारमण को एक पत्र भी लिखा है. इस पत्र में उन्होंने यह प्याज की कीमतों को कम करने के सुझावों के बारे में लिखा है. नही रुक रहा प्याज का निर्यात


केंद्र सरकार ने पिछले महीने प्याज पर न्यूनतम निर्यात मूल्य लागू कर दिया था. इससे प्याज निर्यात में कमी आई है. हालांकि पासवान का मानना है कि इस कदम से एक्सपोर्ट में कुछ कमी तो आई है लेकिन प्याज का अल्प मात्रा में निर्यात हो रहा है. इसके साथ ही पासवान ने कहा कि आयात की अनुमति से पहले इसके निर्यात को रोका जाना जरूरी है. गौरतलब है कि एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी लासलगांव (महाराष्ट्र) में प्याज का होलसेल रेट 13.25 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 20.15 रुपये प्रति किलो पहुंच गया है. क्या है प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य

केंद्र सरकार ने प्याज के चढ़ते दामों को रोकने के लिए इसका न्यूनतम निर्यात मूल्य 300 डॉलर प्रति टन कर दिया है. प्याज पर यह मूल्य काफी समय से लागू था लेकिन पिछली सरकार ने इस मूल्य को हटा दिया था. गौरतलब है कि मोदी सरकार ने प्याज की कीमतों को तुरंत रोकने के लिए इसका मूल्य 500 डॉलर प्रति टन कर दिया था. इस मूल्य के नीचे प्याज को देश के बाहर नही निर्यात नही किया जा सकता है.Hindi news from National News Desk, inextlive

Posted By: Prabha Punj Mishra