देश का नॉर्थ-ईस्ट हिस्सा बुरी तरह बाढ़ की चपेट में है। असम में बाढ़ के चलते 44 लोगों की मौत हो चुकी है और 17 लाख लोगों पर इसका असर पड़ा है। अरुणाचल प्रदेश के भी कई हिस्से पानी में डूबे हुए हैं।


लैंडस्लाइड के चलते सड़कें बंदउत्तराखंड में भी गुरुवार को बारिश जारी है। राजधानी देहरादून और हरिद्वार समेत कई जगहों के स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। निचले इलाकों में लैंडस्लाइड के चलते सड़कें बंद हो गई हैं। चार धाम यात्रा में बद्रीनाथ और यमुनोत्री का रास्ता बंद हो गया है। तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों जैसे गौरीकुंड और सोनप्रयाग में पर रहने को कहा गया है। नरेंद्र मोदी ने असम की बाढ़ पर दुख जताया है और हरमुमकिन मदद देने की बात कही है।पर्सनली सुपरवाइज करेंगे रिजिजू


मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू को पर्सनली नॉर्थ-ईस्ट के हालात और रेस्क्यू-रिलीफ ऑपरेशन पर नजर रखने के लिए कहा है। रिजिजू अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। मोदी ने कहा कि उन्होंने अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू और अफसरों से बात की थी और बाढ़ के हालात पूछे। संडे को उन्होंने असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल से बात की और केंद्र की मदद का भरोसा दिलाया। मोदी ने प्रो-एक्टिव गवर्नेंस एंड टाइमली इम्प्लीमेंटेशन की मीटिंग में भी नॉर्थ-इर्स्टर्न राज्यों में बाढ़ के हालात पर चर्चा की। राज्यों के हालातअसम - बाढ़ के चलते असम में 44 लोगों की मौत हो चुकी है।

- राज्य के 25 जिलों की 17 लाख आबादी पर इसका असर पड़ा है।- बीते 24 घंटे में 5 लोगों की मौत हुई है। - लखीमपुर में सबसे ज्यादा 10 लोग मारे गए हैं।- सीएम सोनोवाल ने ब्रह्मपुत्र नदी के आइलैंड माजुली में रिलीफ कैंप्स का दौरा किया।- अफसरों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के आदेश। अरुणाचल प्रदेश- बाढ़ और लैंडस्लाइड के चलते राज्य के कई जिलों का संपर्क देश से टूट गया है।- राजधानी ईटानगर को जोडऩे वाला एनएच-415 पूरी तरह बाधित हो गया है। - फिलहाल, जुलांग होकर जाने वाली रोड का इस्तेमाल किया जा रहा है।- लैंडस्लाइड के चलते 5 लोगों की मौत हो गई है और 9 लापता हैं। - अफसरों का कहना है कि आपदा के चलते कितने लोगों की मौत हुई है, अभी ये बताना मुश्किल है। - सीएम खांडू ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने और लोगों को रिलीफ  कैंप्स में शिफ्ट होने की अपील की है।- एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईस्ट केमांग जिले में कम्युनिकेशन सर्विस ठप हो गई हैं। केमांग, बिचोम, पापुए पाके और उनकी सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।उत्तराखंड

- उत्तराखंड में भी बारिश के चलते बुरे हालात हैं। देहरादून-हरिद्वार समेत कई इलाकों में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। - निचले इलाकों में लैंडस्लाइड होने से उनका संपर्क कट गया है। अकेले चमोली जिले में 50 सड़कें ब्लॉक हो गई हैं।- चार धाम यात्रा में बद्रीनाथ और यमनोत्री रास्ता बंद हो गया है। तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों जैसे गौरीकुंड और सोनप्रयाग में पर रहने को कहा गया है।- बादल फटने के चलते देहरादून।सहारनपुर रोड पर पानी भर गया है, जिसके चलते ट्रैफिक काफी धीमा है। - डोइवाला, ऋषिकेश, हल्द्वानी, भीमताल और देहरादून के कई इलाकों में पानी भर गया है।- चंद्रभागा, रिस्पना, हासन और बेमुंडा गेदरा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। - नैनीताल में पिछले 24 घंटे में 150 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है।

National News inextlive from India News Desk

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari