लखनऊ यूनिवर्सिटी में सवर्ण आरक्षण के 10 प्रतिशत आरक्षण के लिए सर्टिफिकेट देना जरुरी
- कॉलेजों ने एलयू से सीटें बढ़ने के बाद अपने यहां पर सर्वण आरक्षण की सीटें घोषित की
- कॉलेजों में कमजोर आय वर्ग के छात्रों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया की तय lucknow@inext.co.inLUCKNOW : एलयू की ओर से सर्वण आरक्षण के लिए सीटें बढ़ाने की अनुमति के बाद कॉलेजों ने भी बढ़ाई गई सीटों की संख्या जारी कर दी है. कॉलेजों में करीब 52 सौ अतिरिक्त सीटें जोड़ी जा रही हैं. यहां सिर्फ एक एप्लीकेशनविद्यांत पीजी कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. धर्म कौर ने बताया कि ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही मोड से आवेदन प्राप्त किए जा रहे हैं. ऑनलाइन आवेदन कर चुके कैंडीडेट्स को ईडब्ल्यूएस का लाभ पाने के लिए अपने आवेदन पत्र की हार्डकॉपी जमा करते समय एक प्रार्थना प्रत्र के साथ प्रमाण पत्र लगाना होगा. ऑफलाइन आवेदन करने वालों को भी एक प्रार्थना पत्र देकर इसका लाभ मिल सकेगा.
अलग काउंटर पर फॉर्मबीएसएनवी कॉलेज में करीब सर्वण आरक्षण के तहत 180 सीट आरक्षित की गई हैं. प्रिंसिपल डॉ. राकेश चंद्र ने बताया कि आवेदन में कैंडीडेट्स को विकल्प दिया गया है. काउंसलिंग के दौरान एक अलग से काउंटर लगाकर प्रमाण पत्रों की जांच की जाएगी. वहीं एपी सेन कॉलेज कॉलेज में काउंसलिंग के दौरान सर्वण आरक्षण के लिए प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा. कॉलेज में बीए की करीब 47 सीट सर्वण आरक्षण में आरक्षित की गई हैं. प्रिंसिपल डॉ. शिवानी दुबे ने बताया कि काउंसलिंग के दौरान ही प्रमाण पत्र लिए जाएंगे.
निजी कॉलेजों को झटका एडेड और सरकारी कॉलेजों में 10 प्रतिशत सीट बढ़ने से सबसे बड़ा झटका निजी कॉलेजों को लगा है. असल में एडेड कॉलेजों के सेल्फ फाइनेंस पाठ्यक्रमों की फीस निजी कॉलेजों के मुकाबले कम है. ऐसे में इन निजी कॉलेजों के लिए सीट भरना एक बड़ी चुनौती साबित होगा. किस कॉलेज में कितनी सीटें रिजर्व कॉलेज सीटेंडीएवी कॉलेज करीब 85केकेवी करीब 180महाराजा बिजली पासी करीब 36नगर निगम डिग्री कॉलेज करीब 24नारी शिक्षा निकेतन करीब 40नवयुग कन्या डिग्री कॉलेज करीब 90