Chaitra Navratri Navmi 2021 Aaj ka Panchang 21 April: जानें बुधवार के राहुकाल व दिशाशूल की स्थिति, आज के दिन ये कार्य हैं वर्जित
डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Dainik Panchang 21 April 2021 बुधवार को नवमी तिथि 24:36:07 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि है। नवमी तिथि की स्वामिनी मां दुर्गा जी हैं तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं। बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में लौकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है । दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवम् गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।
21 अप्रैल 2021 दिन-बुधवार का पंचांगसूर्योदयः- प्रातः 05:32:00सूर्यास्तः- सायं 06:21:14
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।विक्रम संवतः- 2078शक संवतः- 1943आयनः- उत्तरायणऋतुः- बसंत ऋतुमासः- चैत्र माहपक्षः- शुक्ल पक्षतिथिः- नवमी तिथि 24:36:07 तक समाप्ति तदोपरान्त दशमी तिथि
तिथि स्वामीः- नवमी तिथि की स्वामिनी माँ दुर्गा जी हैं। तथा दशमी तिथि के स्वामी यमराज जी है। नक्षत्रः- अश्लेषा नक्षत्र 08:16:00 तक समाप्ति तदोपरान्त माघ नक्षत्र नक्षत्र स्वामीः- अश्लेषा नक्षत्र के स्वामी बुध देव हैं तथा माघ नक्षत्र के स्वामी केतु देव है। योगः- शूल 18:41:50 तक तथा गंडगुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:41:00 से 12:20:00 तकदिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।राहुकालः- आज का राहु काल 12:20:00 से 01:57:00 तकतिथि का महत्वः- इस तिथि में लौंकी नही खाना चाहिए यह तिथि रिक्ता तिथि है और इस तिथि में मांगलिक कार्य करना वर्जित है ।“हे तिथि स्वामी, योग स्वामी, नक्षत्र स्वामी, दिन स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”