Chakka Jam के बाद राकेश टिकैत का बड़ा ऐलान, कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए सरकार के पास 2 अक्टूबर तक का समय
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आंदोलन के साथ-साथ आज शनिवार को देश भर में चक्का जाम किया। दोपहर 12 बजे शुरू हुआ किसानों का चक्का जाम तीन बजे पूरा हुआ। इस दाैरान किसानों ने देश के कई हिस्सों में नेशनल हाईवे को जाम किया। न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के मुताबिक पंजाब में किसानों ने अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया। वहीं कर्नाटक में किसानों ने मैसूर-बेंगलुरु हाईवे पर चक्का जाम किया। जम्मू-कश्मीर में किसानों ने जम्मू-पठानकोट हाईवे पर चक्का जाम किया। शाहजहांपुर (राजस्थान-हरियाणा) बॉर्डर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्का जाम किया। इस दाैरान देश की राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी सुरक्षा व्यवस्था काफी रखी गई।
Punjab: Protesters block roads as part of 'Chakka Jaam' call given by farmers from 12 pm to 3 pm today; visuals from Golden Gate on Delhi-Amritsar National Highway in Amritsar #FarmLaws pic.twitter.com/X4pEN56Kct
— ANI (@ANI)
हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे
वहीं इस चक्का जाम के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया कि सरकार कृषि कानूनों को वापस ले औरन्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी (MSP) पर कानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि हमने कानूनों को निरस्त करने के लिए सरकार को 2 अक्टूबर तक का समय दिया है। इसके बाद हम आगे की प्लानिंग करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि कृषि कानूनों हम दबाव में सरकार के साथ चर्चा नहीं करेंगे।
देशव्यापी 'चक्का जाम' का किया था ऐलान
बता दें कि किसान यूनियनों ने बीते सोमवार को ऐलान किया था कि 6 फरवरी को देशव्यापी 'चक्का जाम' किया जाएगा। इसके बाद से देश की राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे थे। आज दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस, अर्धसैनिक और रिजर्व बलों के लगभग 50,000 कर्मी तैनात किए गए थे। राष्ट्रीय राजधानी में करीब 12 मेट्रो स्टेशनों को किसी भी गड़बड़ी के मद्देनजर एंट्री और एग्जिट के लिए अलर्ट पर रखा गया था। लाल किले की भी सुरक्षा बढ़ाई गई थी।