चलो मन गंगा यमुना तीर का चौथा दिन

डांडिया, लावणी व घूमर लोकनृत्यों की कलाकारों ने दी प्रस्तुति

ALLAHABAD: उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र का वार्षिक सांस्कृतिक समारोह चलो मन गंगा यमुना तीर का चौथा दिन लोकनृत्यों के नाम रहा। चाहे आसाम का बिहू हो या महाराष्ट्र का लावणी व गोंडल या फिर गुजरात का प्रख्यात डांडिया। कलाकारों की हर लोकनृत्य की प्रस्तुति पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाई।

परेड ग्राउंड स्थित केन्द्र के भव्य पंडाल में चौथे दिन के पहले सत्र का आगाज आसाम के प्रख्यात लोकनृत्य बिहू से हुआ। पारंपरिक वेशभूषा से सुसज्जित कलाकारों ने सुकलेश्वर वोरो के निर्देशन में बिहू की मनमोहक प्रस्तुति की। इसके बाद हरियाणवी अंदाज में राकेश गांगुली की देखरेख में कलाकारों ने वहां के प्रख्यात घूमर लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर समां बांधा।

दूसरा सत्र गुजरात के गरबा डांडिया के नाम रहा। नितिन दवे की अगुवाई में डांडिया खेलकर कलाकारों ने दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। केन्द्र के निदेशक गौरव कृष्ण बंसल ने विभिन्न प्रदेशों से आए कलाकारों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

Posted By: Inextlive