विद्यालयों व गांवो की गलियों मे घुसा पानी

पिनाहट। कोटा बैराज से बड़ी संख्या में पानी छोड़े जाने के बाद अपने तेज उफान के साथ चंबल नदी ने तटवर्ती इलाकों में कहर ढाना शुरू कर दिया है। रविवार को नदी तेज बहाव के साथ बढ़ती रही। शाम तक नदी ने खतरे के निशान 132 मीटर को छू लिया। इसके साथ ही नदी के तटवर्ती गांव कछियारा, डोगरा, बरैंडा मे पानी भर गया और यहां गांवों का सम्पर्क तहसील मुख्यालय से टूट गया।

बता दें कि कोटा बैराज से चंबल में पानी आने के बाद नदी ने बाढ़ का रूप धारण कर लिया है। नदी अब हर किसी को भयावह लग रही है। शुक्रवार को नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ, जिसने शनिवार के बाद रविवार को अपना उग्र रूप धारण कर लिया। रविवार को नदी का जलस्तर बढ़ता गया और तटवर्ती गांवों के सम्पर्क मार्ग, गली-चौराहे सब पानी मे डूबते चले गए। वहीं शासन प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया। राहत बचाव कार्य के लिए राजस्व विभाग की टीमें लगी रहीं। नदी के बहाव को देखते हुए आशंका जताई जा रही है कि नदी अभी और कहर ढाने के मूड़ में है।

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विद्यालय में भरा नदी का पानी

ब्लॉक पिनाहट के गांव उमरैठा पुरा स्थित प्राथमिक विद्यालय मे चंबल नदी की बाढ़ का पानी भर गया। इससे आसपास के घरों मे पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

फसलें हुई जलमग्न

चंबल नदी मे आई बाढ़ के बाद नदी किनारे बाजरे की पक कर तैयार खड़ी हजारों बीघा की फसल जलमग्न हो गई। इससे किसानों की वर्षभर की रोज़ी रोटी भी छिन गई। बता देंकि नदी की ब़क ने क्षेत्र मे भारी तबाही मचाई है।

अधिकारी पहुंचे जायजा लेने

एसपी पूर्वी प्रमोद कुमार, एसडीएम बाह महेश प्रकाश गुप्ता रविवार को पिनाहट घाट पहुंचे और नदी के हालात का जायजा लिया। वहीं टीमों को सतर्क रहने व बाढ़ पीडि़त गांवों में हर संभव मदद करने के आदेश दिए।

Posted By: Inextlive