चैंपियंस ट्रॉफी : नीदरलैंड्स को हराकर क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम से भिड़ेगा भारत
3-2 से दी शिकस्त
आठ देशों के बीच चल रह इस टूर्नामेंट में दो हार के बाद सरदार सिंह की अगुवाई वाली टीम ने अपने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया. इंडियन टीम ने आखिरी लीग मैच में नीदरलैंड जैसी मजबूत टीम को 3-2 से हराकर सभी को चौंका दिया. फिलहाल इस जीत के बाद अब भारत का सामना वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज बेल्जियम से है. बेल्जियम और इंग्लैंड ने अभी तक टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और पूल चरण में अपराजेय रही हैं. इंग्लैंड पूल ए में दो जीत और एक ड्रा के साथ सात अंक लेकर शीर्ष पर रहा जबकि बेल्जियम एक जीत और दो ड्रा के साथ पांच अंक लेकर दूसरे स्थान पर रहा.
अलर्ट होकर खेलना होगा
इंडिया ने नीदरलैंड को हराकर क्वार्टर फाइनल में इंट्री तो कर ली है, लेकिन नाकआउट चरण में एक दिन का खराब खेल टीम को टूर्नामेंट से बाहर कर सकता है. अब ऐसे में इंडिया को पूरी तरह से तैयार और अलर्ट होकर अगला मैच खेलना होगा. आपको बताते चलें कि भारत ने आखिरी बार नीदरलैंड को 1996 में बार्सीलोना में एक ओलिंपिक क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में हराया था. चैंपियंस ट्रॉफी में 1986 के बाद नीदरलैंड पर भारत की यह पहली जीत थी. क्वार्टर फाइनल मैच के जरिये भारत के पास बेल्जियम के हाथों मिली पिछली हार का बदला चुकता करने का मौका है. बेल्जियम ने उसे इस साल विश्व कप में 3 - 2 से हराया था जबकि जनवरी में हॉकी विश्व लीग में 2- 1 से मात दी थी.
गलतियों से लिया सबक
इंडियन टीम ने पहले दो मैचों की गलतियों से सबक लेकर कल बेहतरीन तालमेल का प्रदर्शन किया. इंडियन टीम ने शुरुआत से ही विरोधी टीम पर आक्रामक खेल दिखाया. इंडियन हॉकी के हाई परफार्मेंस डायरेक्टर रोलेंट ओल्टमेंस ने कहा , हमने नीदरलैंड के खिलाफ आक्रामक हाकी खेली और बाकी मैचों में भी इसी शैली को बरकरार रखेंगे. पहले दो मैचों की तरह भारत ने कल भी गोल के मौके बनाये और फर्क इतना था कि इस बार उन्हें भुनाया भी. ओल्टमेंस ने कहा , अच्छी बात यह है कि हमने ऐसी टीम के खिलाफ तीन गोल किये जिसने अभी तक पूल चरण में सिर्फ जर्मनी को एक गोल गंवाया था. उन्होंने हालांकि कहा कि भारत को गोल करने के बाद गंवाने की आदत से बाज आना होगा. उन्होंने भी कहा कि भारत में बेल्जियम को हराने का माद्दा है.