- 72 वर्षो के बाद ऐसा संयोग, ईष्ट देव व गुरु का जप विशेष फलदायी, राशियों पर प्रभाव पड़ने की संभावना

- नव दंपति, गर्भवती महिलाएं, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग चंद्रग्रहण ना देखें

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72 वर्षो के बाद ग्रह और नक्षत्रों की करवट से शरद पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण का संयोग बन रहा है। आठ अक्टूबर को पड़ने वाली शरद पूर्णिमा पर पंचक के साथ चंद्रग्रहण का योग है। इस बार चंद्रग्रहण पूर्ण प्रभावों के साथ होगा। हालांकि, ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि पंचक के साथ ग्रहण के संयोग से जातकों के शुभ कर्मो का पांच गुना फल मिलने की संभावना भी है। ज्योतिषाचार्यो के मुताबिक चंद्रग्रहण का असर यूपी के कई एरिया में होगा, हालांकि इलाहाबाद में इसका असर ज्यादा देखने को नहीं मिलेगा। वैसे गर्भवती महिलाओं पर पूर्ण प्रभाव रखने की संभावना है। लेकिन कुछ उपायों के जरिए चंद्रग्रहण का असर कम भी किया जा सकता है।

राशियों पर पड़ेगा असर

ज्योतिषाचार्यो के अनुसार, 72 वर्षो के बाद बन रहा चंद्रग्रहण, भाद्रपद नक्षत्र में ध्रुव योग समेत पूर्णिमा तिथि और पंचक में पड़ रहा है। इस ग्रहण का मीन राशि समेत मेष, सिंह, और धनु राशि के जातकों पर ग्रहण का पूर्ण प्रभाव होने की संभावना है। इन राशियों के जातक ईष्टदेव जप, गुरु मंत्र का जप, नवग्रह का जप करें तो उत्तम होगा। बता दें कि ग्रहण के साथ पड़ रहे पंचक का प्रभाव पांच गुना होगा।

ग्रहण को देखने से बचें

ज्योतिषाचार्य पं। राम नरेश त्रिपाठी के अनुसार, शरद पूर्णिमा पर पंचक और ग्रहण का संयोग गर्भवती महिलाओं के लिए अशुभ रहेगा। इसलिए गर्भवती महिलाएं दोपहर 2:45 बजे से शाम 6:00 बजे तक घर से बाहर ना निकलें। इसके साथ ही नव दंपति, गर्भवती महिलाएं, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चे और 60 वर्ष के ऊपर के लोग ग्रहण देखने से बचें।

इलाहाबाद पर ग्रहण का असर

ज्योतिषाचार्यो की मानें तो चन्द्रमा औषधि का स्वामी है। राहु से प्रभावित होने के कारण चन्द्रमा की एनर्जी लास होगी। ऐसे में चन्द्रग्रहण के दौरान इलाहाबादियों में एलर्ट रहने की जरूरत है। एनर्जी लास होने से बचने के लिए कुछ टिप्स फॉलो करने होंगे। जैसे ग्रहण के दौरान भोजन न करें। ऐसा करने पर ग्रहण के असर के ग्रहण एनर्जी लॉस होगी और भोजन पचेगा नहीं। स्नान और पूजा पाठ करने से हम एनर्जी बचा सकते हैं।

ग्रहण का समय

आरंभ - दोपहर 2.45 बजे

मध्य - शाम 6.00 बजे

मोक्ष - शाम 7.03 बजे

(सूतक का समय सूर्योदय के समय से ही शुरू हो रहा है)

पंचक का समय

आरंभ - सुबह 7.क्भ् बजे

अंत - शाम 7.0फ् बजे

पंचक ग्रहण पर फल प्राप्ति

ज्योतिषाचार्य पं। राजेंद्र त्रिपाठी बताते हैं कि शास्त्रों के मुताबिक पंचक में किए कर्मो का पांच गुना फल प्राप्ति की संभावना होती है। यह अशुभ और शुभ दोनों पर प्रभाव डालता है। वेडनसडे को सुबह 7.क्भ् बजे से शाम 7.0फ् बजे तक पंचक रहेगा। ऐसे में जातकों को कुछ कार्यो को विशेष रूप से वर्जित तो कुछ कार्य करने जरूरी होंगे। ऐसे में किसी भी नए कार्य की शुरुआत ना करें। सूर्य व चंद्र को अ‌र्ध्य ना दें। देवताओं का अभिषेक ना करें। ग्रहण के समय ईष्टदेव का भजन, जप, नवग्रह दान और ध्यान करने का विशेष महत्व होता है।

पंचक और ग्रहण से बचाव के उपाय

मेष राशि - लाल कपड़े धारण करें, ऊं नम: शिवाय का जाप करें व घी का दान करें।

सिंह राशि - हरे कपड़े पहन कर , दुर्गा दैव्ये नम: मंत्र का जाप करें

धनु राशि - पीले कपड़े पहनकर, ऊं वृहस्पतये नम: मंत्र का जाप करें

पंचक और ग्रहण का शुभ प्रभाव वाले राशि के जातक इन मंत्रों का जाप करें

कर्क - ऊं चंद्रमये नम:

वृश्चिक - ऊं मंगरकाय नम:

मीन - ऊं वृहस्पतये नम:

क्या दान करें

मेष - गेहूं या चना

वृष - चीनी या दही

मिथुन - साबुत मूंग या आटा

कर्क - चावल या दूध

सिंह - राजमा या चना

कन्या - हरी मूंग या हरा कपड़ा

तुला - चावल या सफेद कपड़ा

वृश्चिक - घी

धनु - काले चने या अरहर

मकर - काले चने या काला कपड़ा

कुंभ - गुलाब जामुन

मीन - पीला कपड़ा या पीली दाल

Posted By: Inextlive