क्लैट में बदलाव, काम्प्रीहेंशन बेस्ड सवाल करेंगे परेशान
- क्लैट में पहली बार 200 की बजाय 150 प्रश्न ही होंगे
-अब स्टेटमेंट या वन लाइनर की बजाय काम्प्रीहेंशन बेस्ड सवाल होंगे PATNA :देश भर के 19 नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए क्लैट एग्जाम इस बार 10 मई, 2020 को होगा। इस बार यह एग्जाम कई मायनों में पुराने क्लैट एग्जाम से अलग होगा। दरअसल, इस बार रट्टा लगाने वाले और केवल वन लाइनर क्वेश्चन साल्व करने वाले इस बार ऐसा नहीं कर सकेंगे। क्योंकि इस बार के एग्जाम में काम्प्रीहेंशन बेस्ट प्रश्नों की भरमार होगी। पहले जहां केवल स्टेटमेंट या वन लाइनर क्वेशचन होते थे वे अब नहीं होंगे। जानकारी हो कि क्लैट कंसोर्टियम ने इस बार निर्णय लिया है कि वे क्लैट के कैंडिडेट से यह अपेक्षा कर रहे हैं कि वे क्रिटिकल स्टेटमेंट से सही अर्थ निकाल सके। इसकी शुरुआत प्रश्नों के बदलाव के साथ की जा रही है। कुलमिलाकर, इस बार क्लैट छात्रों के लिए बहुत टफ होने जा रहा है। इसलिए इसमें कामयाबी के लिए इसके महत्वपूर्ण बिंदुओं को नए छात्रों को समझना बहुत जरुरी है।
हिंदी बेल्ट के लिए टफ टाइमक्लैट के बदले हुए पैटर्न से हिंदी पट्टी के छात्रों को ज्यादा परेशानी हो सकती है। क्योंकि इस बार एक सनटेंश और चार ऑप्शन नहीं हैं। प्रश्न काम्प्रीहेंशन बेस्ड होगा। जो छात्र अंग्रेजी में इस काम्प्रीहेंशन को ठीक से नहीं समझ सकेगें वे सही उत्तर दे सकेंगे। जैसे भारत में कौन की बात नागरिकता का अधिकार में शामिल नहीं है। अब, यह पूरा काम्प्रीहेंशन को सावधानी से पढ़ना होगा तब उसका उत्तर देना होगा। प्रश्न केवल अंग्रेजी में होगा। इसलिए यह हिंदी पट्टी के छात्रों के लिए टफ होगा। सभी प्रश्नों का उत्तर ऑफलाइन मोड में होगा।
विशेषज्ञ से सलाह जरूरी नहीं क्लैट के नए पैटर्न की वजह से इसमें लॉ एक्सपर्ट के साथ कैंडिडेट्स को मेहनत की जरूरत नहीं होगी। क्योंकि पहले जहां लीगल एप्टीट्यूट की समझ के लिए छात्र बडे़-बडे़ कोचिंग में जाकर तैयारी करते हैं अब काम्प्रीहेंशन बेस्ट सवाल में इसके बारे में डिटेल होगा कि कौन सा लॉ किस मकसद से है। इसलिए इसमें लॉ एक्सपर्ट के लिए बहुत स्कोप नहीं रह जाएगा। तो घट जाएगा कट ऑफप्रश्नों के बदले पैटर्न से इस बार से क्लैट करना ज्यादा कठिन होगा। क्लैट एक्सपर्ट नीरज कुमार का कहना है कि जहां पहले बेहतर एनएलयू में एडमिशन के लिए बहुत हाई कटऑफ लाने की जरुरत थी, वहीं इस बार पूरी तरह से नए पैटर्न की वजह से मेरिट कट-ऑफ घट जाएगा। किसी भी एनएलयू में एडमिशन के लिए संभावित रुप से लोएस्ट मार्किंग 85 से 90 अंक लाना होगा।
नए घटनाक्रम से रहे अपडेट इस बार का एग्जाम इस मायने में भी खास है कि अब नए घटनाक्रम से ज्यादा अपडेट रहने की जरुरत है। क्लैट एक्सपर्ट नीरज कुमार ने बताया कि हाल ही में सीएए, एनआरसी, धारा 370 और वर्तमान में चल रहे नए कानूनी प्रावधानों और संशोधन के प्रति छात्रों को अवेयर रहने की जरुरत है। इस बार क्लैट के परीक्षार्थी को क्रिटिकल स्टेटमेंट और इसमें छुपे तथ्यों को तुरंत समझना होगा। क्योंकि अब सवाल का उत्तर काम्प्रीहेंशन बेस्ड होगा। इसके लिए रिलीज किये गये सैंपल पेपर को ध्यान से जरुर देख लें। - नीरज कुमार, क्लैट एक्सपर्ट ------------- साल - क्लैट अप्लीकेंट 2020 - 75,000 अनुमानित 2019- 71,000 2018- 60,000 2017- 55,000 2016 - 48,000 ------------ प्रश्नों की संख्या - 150 निर्धारित समय - 2.00 घंटे। प्रश्न में पूछे जाएंगे- लीगल अप्टीट्यूट, लॉजिकल रीजनिंग, मैथ, इंग्लिश और जीके। ----------