- अब नहीं बनेंगे चार तरह के पेपर, केवल दो तरह के सेट

- पेरेंटस से मांगा गया था फीडबैक, उसके बाद तय हुआ फैसला।

Meerut-सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन एक बार फिर से बोर्ड एग्जाम में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। 2013 में होने वाले एग्जाम में पहले भी क्वेश्चन पेपर सेट को लेकर बदलाव किया गया था। बोर्ड ने ऐसा इसलिए किया है ताकि एग्जाम में होने वाली नकल को रोका जा सके। सीबीएसई सूत्रों के मुताबिक तो अभी तक बोर्ड के लिए चार तरह के क्वेश्चन पेपर सेट बनाए जाते थे। लेकिन इस साल से सिर्फ दो ही क्वेश्चन सेट बनाए जाएंगे। यह बदलाव पेरेंट्स व टीचर्स के फीडबैक के बाद ही लिया गया है।

साइंस स्ट्रीम में दो सेट

सीबीएसई में एक बड़ा बदलाव हुआ है। 2017 में आयोजित होने वाले बोर्ड एग्जाम में यह बदलाव अभी साइंस स्ट्रीम में ही किया जा रहा है। अभी के केवल अगर यह नया सिस्टम सफल साबित होता है तो अन्य में भी बदलाव होगा।

नकल पर रोक

एआईपीएमटी से सबक लेकर सीबीएसई ने यह बदलाव किया है। सीबीएसई सूत्रों की मानें तो सेट की संख्या कम होने से बोर्ड के एक्स्ट्रा क्वेश्चन पेपर पर होने वाले खर्चे को कम किया जा सकेगा। इसके अलावा एग्जामिनेशन हॉल में स्टूडेंट को बैठाने में भी सावधानी रखनी पड़ेगी। दो अलग-अलग सेट देकर एक ही बेंच पर दो परीक्षार्थी परीक्षा दे पाएंगे। इससे नकल पर रोक लगेगी।

प्रश्न भी अलग-अलग

अभी तक बोर्ड एग्जाम के हर स्ट्रीम में क्वेश्चन पेपर चार सेटों में तैयार करता रहा है। चारों सेट के सवाल अभी तक एक ही होते थे। फर्क सिर्फ इतना होता था कि क्वेश्चन नंबर बदल दिए जाते थे।

बोर्ड के इस बदलाव के चलते नकल की किसी तरह की संभावना नहीं रहेगी। पहले जहां स्टूडेंट क्वेश्चन सिक्वंस के बदलाव के होने पर भी नकल कर लिया करते थे। लेकिन अब बोर्ड ने ऐसी संभावना ही नहीं छोड़ी है।

-डॉ। पूनम देवदत्त, सीबीएसई काउंसलर

Posted By: Inextlive