- आसमान पर बादलों का डेरा, बूंदाबांदी से फसलों पर मंडराया संकट

- ओलावृष्टि और बारिश से पहले ही नष्ट हो चुकी है काफी फसल

ALLAHABAD: दिन प्रतिदिन रुख बदल रहा मौसम लोगों के लिए अबूझ पहेली बन गया है। कभी तेज धूप तो कभी आसमान में काले घने बादल। शनिवार को चटख धूप थी तो रविवार को आसमान बादलों ने कब्जा कर लिया। सुबह लोग सोकर उठे तो काले बादलों के साथ तेज हवाओं ने उनका स्वागत किया। मौसम विज्ञानी इसे पछुआ विक्षोभ का असर बता रहे हैं तो किसान इसे विधाता का कोप करार दे रहे हैं। पिछले दिनों बारिश और ओलावृष्टि के चलते फसल का बडा हिस्सा नष्ट हो गया था। रविवार को कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी ने किसानों को इस खौफ में डाल दिया कि कहीं बची हुई फसल भी बर्बाद न हो जाए।

यमुनापार में हल्की बूंदा-बांदी

शहर में तो इंद्रदेव ने नरमी बरती लेकिन यमुनापार में रविवार को हुई हल्की बूंदा-बांदी से किसानों के होश उड़ गए। बताया जा रहा है कि पिछले दिनों हुई बारिश और ओलावृष्टि से लगभग 55 फीसदी फसल बर्बाद हो चुकी है। अब अगर बारिश हुई तो खलिहान में काटकर रखी गई चना, अरहर, सरसों आदि को खराब होने में समय नहीं लगेगा। फिलहाल, किसानों का पूरा दिन आसमान निहारते गुजरा। बता दें कि मौसम किसानों का दुश्मन बना हुआ है। पिछले साल गेहूं और चावल की फसल बर्बाद हुई तो इस बार फिर से किसानों की ख्वाहिशों पर काले बादल मंडरा रहे हैं।

नीचे आ गया पारा

आसमान में काले बादल छाए रहने से रविवार को पारा अचानक नीचे आ गया। शनिवार को जहां अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था वहीं रविवार को वह घटकर 29.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। तापमान में गिरावट का असर भी दिखा। लोगों को तेज हवाओं के चलते हल्की ठंडक भी महसूस हुई। सीनियर फिजीशियन डॉ। ओपी त्रिपाठी का कहना है कि मौसम में इस बदलाव के चलते सर्दी, जुकाम, बुखार और बदन दर्द की चपेट में लोग आ सकते हैं।

जोर मार रहा पछुआ विक्षोभ

अनुमान लगाया जा रहा था कि अगर पारा 40 के करीब पहुंचा तो फिर मौसम बदल सकता है। शनिवार को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री पर पहुंचा तो अचानक मौसम बदल गया। पछुआ विक्षोभ के चलते बादलों ने आसमान में दस्तक दे दी। मौसम विज्ञानी डॉ। एसएस ओझा बताते हैं कि मार्च में तापमान 30 के आसपास होना चाहिए। शनिवार को पारा 40 के करीब पहुंच गया जिसे संतुलित करने के लिए पश्चिम की ठंडी हवाएं आ पहुंचीं। उनके प्रभाव से ही बादल छा गए। उनका कहना है कि अगले एक दो दिन तक मौसम ऐसे ही बना रह सकता है।

बूंदाबांदी, आंधी के आसार

मौसम के इस मिजाज के दोनों रुख से पब्लिक का नुकसान ही होना है। मौसम विभाग की माने तो बादल छाए रहने पर बूंदाबांदी के साथ तेज आंधी आ सकती है। अगर मौसम साफ हुआ तो फिर आने वाले दिनों में गर्मी चरम पर पहुंच सकती है। दोनों ही हालात में पब्लिक को भुगतना पड़ सकता है। पहले से ही लोग मार्च में तेज गर्मी से परेशान हैं।

Posted By: Inextlive