एनआईटी में एडमिशन के लिए व्यवस्था में लागू किया गया है इस साल से परिवर्तन

जेईई मेंस की मेरिट के साथ परसेंटाइल भी एडमिशन के समय करेगा काउंट

यूपी बोर्ड रिजल्ट जारी करने में दूसरे बोर्डो से आगे निकल गया है। इससे यूपी बोर्ड के परीक्षार्थी तो इंटरमीडिएट के रिजल्ट से आकलन कर लेंगे कि उन्हें किसी एनआईटी में एडमिशन मिलेगा या नहीं। किसी आईआईटी में दाखिले के लिए वे एलिजिबल होंगे या नहीं। लेकिन, दूसरे बोर्डो के परीक्षार्थी टॉप पोजीशन गेन करके भी सिक्योर नहीं होंगे। एक्चुअली इस बार सीबीएसई बोर्ड द्वारा बदली गयी व्यवस्था से यह स्थिति आई है। पिछले साल तक इंटरमीडिएट के परिणाम और जेईई मेंस के अंक को मिलाकर मेरिट जारी करने वाले सीबीएसई इस बार के रिजल्ट में बोर्ड के अंक काउंट नहीं किया है। यह 20 परसेंटाइल से तय होगा, जो संबंधित बोर्ड अपने स्तर पर जारी करेंगे। यह बोर्ड टु बोर्ड रिजल्ट के आधार पर वैरी करेगा।

पहलू लागू थी व्यवस्था

सीबीएसई जेईई मेंस का रिजल्ट और मेरिट अलग-अलग जारी करता था

दोना को जारी करने में कम से कम एक पखवारे का अंतर होता था

इस लिस्ट के आधार पर छात्र एनआईटी में सीधे प्रवेश लेने के पात्र होते थे

मेरिट में जेईई मेंस के 60 फीसदी अंकों को जोड़ा जाता था

40 फीसदी अंक बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के जोड़े जाते थे

व्यवस्था में बदलाव

सीबीएसई जेईई मेंस का रिजल्ट और मेरिट एक साथ जारी कर रहा है

मेरिट में सिर्फ जेईई मेंस के रिजल्ट के आधार पर तैयार होगी। बोर्ड के अंक इसमें शामिल नहीं होंगे

इस बार प्रत्येक बोर्ड अपना 20 परसेंटाइल जारी करेगा

यह बोर्ड टु बोर्ड वैरी करेगा है। यानी कहीं इंटर में 50 फीसदी अंक पाने वाला भी इसके दायरे में होगा और कहीं 75 फीसदी इंटर में पाने वाला भी बाहर हो जाएगा।

जेईई मेंस की मेरिट में हाई पोजीशन गेन करने वाला छात्र 20 परसेंटाइल में नहीं होगा तो उसे एनआईटी में प्रवेश नहीं मिलेगा

सीबीएसई ने पहली बार यह व्यवस्था लागू की है। 20 परसेंटाइल बोर्ड टु बोर्ड रिजल्ट के आधार पर वैरी करेगी। इससे जरूरी नहीं है कि जेईई मेंस के टॉपर को एडमिशन किसी एनआईटी में मिल ही जाय। उसे इसका फायदा तभी मिलेगा जब वह 20 परसेंटाइल में भी हो।

इं। सुजीत सिंह

एक्सपर्ट, आईआईटी-जेईई

Posted By: Inextlive