चारधाम में देशी यात्री बढ़े, विदेशी हुए कम
-पिछले वर्ष से कम विदेशी यात्री आये इस बार
देहरादून, भले ही इस बार चारधाम यात्रा पर पहुंचने वाले यात्रियों की आमद ने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हों। लेकिन वर्ष 2013 की आपदा के बाद चारधाम यात्रा के लिए शुरू किए गए बायामेट्रिक रजिस्ट्रेशन में इस बार विदेशी यात्रियों में गिरावट दर्ज की गई है। जहां 19 नवंबर, 2018 तक चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 13070 रिकॉर्ड की गई। वहीं, इस बार अब तक यह संख्या केवल 11987 ही पहुंच पाई है। जबकि अब फोटोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन की संख्या न के बराबर सामने आ रही है। संडे को केवल तीन विदेशी यात्रियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया, जबकि मंडे को भी कोई भी विदेशी यात्री रजिस्ट्रेशन के लिए नहीं पहुंच पाया। वर्ष--कुल रजिस्ट्रेशन 2014--173709 2015--460531 2016--590132 2017--763069 2018--751380 2019--859823 फॉरेनर्स के रजिस्ट्रेशन 2014--319 2015--6919 2016--7112 2017--12827 2018--13070 2019--11987 कपाट बंद होने की तिथियां-हेमकुंड साहिब के कपाट हुए 10 अक्टूबर को बंद।
-28 अक्टूबर को गंगोत्री के कपाट होंगे बंद। -29 अक्टूबर को केदारनाथ व यमुनोत्री के कपाट होंगे बंद। -17 नवंबर को बद्रीनाथ के कपाट होने हैं बंद। 14 अक्टूबर को हुए रजिस्ट्रेशन -कुल रजिस्ट्रेशन--2312 -फॉरेनर्स--0 -बस स्टैंड ऋषिकेश--823 -हरिद्वार--91 -रेलवे स्टेशन हरिद्वार--26 -दोबाटा--251 -फाटा--189 -सोनप्रयाग--865 -पांडुकेसर--10 -हर्बटपुर--0 2014 में सबसे कम यात्रीवर्ष 2013 की आपदा के बाद सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा व हिफाजत के लिए चारधाम यात्रा रूट मार्ग पर वर्ष 2014 में फोटोमैट्रिक रजिस्ट्रेशन की शुरुआत की थी। जिसका जिम्मा त्रिलोक सिक्योरिटी सिस्टम इंडिया को सौंपा गया। तब से लेकर अब तक हर वर्ष यात्रा सीजन पर चारधाम पहुंचने वाले यात्रियों का रजिस्ट्रेशन किया जाता रहा है। शुरुआत में आम यात्रियों को जानकारी नहीं रहती थी। सबसे पहले 2014 में केवल 319 यात्रियों ने ही रजिस्ट्रेशन करवाया।