पीएम ने कहा बद्रीनाथ धाम क्षेत्र के विकास के लिए केंद्र पूरी मदद करेगा। यही नहीं प्रधानमंत्री ने बीकेटीसी से इसको लेकर प्रपोजल भी मांगा है।

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BADRINATH: Chardham Yatra अपने दो दिवसीय उत्तराखंड प्रवास के दौरान संडे को बद्रीनाथ धाम पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बद्रीनाथ धाम क्षेत्र के डेवलपमेंट व सुविधाएं जुटाने में केंद्र सरकार मदद करेगी. इसके लिए मोदी ने (बीकेटीसी) बद्री-केदार टेंपल कमेटी को प्रपोजल भेजने के लिए भी कहा. संडे को पीएम मोदी दर्शनों के लिए केदारनाथ धाम से बद्रीनाथ धाम पहुंचे. टेंपल कमेटी के गेस्ट हाउस में रुकने बाद उन्होंने धाम की तारीफ की. टेंपल कमेटी के अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल ने बताया कि इस दौरान मोदी ने बद्रीविशाल की न केवल तारीफ की, बल्कि कहा कि बद्रीनाथ आना उन्हें बेहद अच्छा लगता है. सुख, शांति व सुकून की प्राप्ति के लिए भगवान बद्रीविशाल के चरणों के अलावा और कोई दूसरा स्थान नहीं हो सकता. कमेटी के अध्यक्ष के मुताबिक बद्रीनाथ धाम क्षेत्र को संवारने के लिए पीएम ने केंद्र की ओर से पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया. लेकिन यह भी जानने की कोशिश की कि ऑलवेदर रोड व ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का लोग विरोध क्यों कर रहे हैं. जबकि, यह दोनों ही केंद्र की महत्वाकांक्षी परियोजनाएं हैं. ये प्रोजेक्ट्स उत्तराखंड की तस्वीर व तकदीर बदलने में मील का पत्थर साबित होंगी. पीएम ने कहा कि शुरुआत में कुछ प्रॉब्लम्स आ सकती हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म इसका फायदा देखने को मिलेगा.

बही-खाते हों डिजिटल
पीएम के तीर्थ पुरोहित पंडित सुनील भाई गेंदालाल, शंकर प्रसाद पालिवाल के रिप्रेजेंटेटिव काशी प्रसाद पालिवाल (गुजरात) ने भी बद्रीनाथ में पीएम मोदी से मुलकात की. उन्होंने यजमानों के पीढि़यों से संजोकर रखे गए बही-खाते भी उन्हें दिखाए. तीर्थ पुरोहित ने मोदी के बड़े भाई पंकज मोदी की 28 जून 2003 की बद्रीनाथ यात्रा का ब्यौरा वाला बही-खाता दिखाया. जिसमें उनके पांच भाइयों व माता का नाम दर्ज है. पीएम ने इसमें अपना नाम भी दर्ज कराया. लेकिन यह भी सलाह दी कि बही खातों को संरक्षित करने के लिए डिजिटल िकया जाए.

 

 

रावल से भी की बातचीत
पीएम ने बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी से भी मुलाकात की. पूजा-अर्चना के बाद रावल भी पीएम के साथ सिंहद्वार से बाहर आए. इसी बीच पीएम ने रावल से उनका हालचाल जाना. मुख्य पुजारी के अनुसार पीएम ने पूछा कि क्या वे हमेशा यहीं रहते हैं. छह माह मुख्य पुजारी के केरल गांव चले जाने पर पीएम ने उनसे गांव व उनकी फैमिली के बारे में जानकारी चाही.

Posted By: Ravi Pal