- सचिन चौधरी ने फर्जी प्रवेश के मामले को झूठा बताया

- यूनिवर्सिटी के फैसले को हाई कोर्ट में दी गई चुनौती

Meerut। सीसीएस यूनिवर्सिटी में मंगलवार को जांच समिति ने अपना फैसला देते हुए छात्रसंघ अध्यक्ष सचिन चौधरी का प्रवेश निरस्त कर दिया, वहीं सचिन चौधरी ने सीसीएसयू के फैसले को सत्ता पक्ष के दबाव में लिया गया फैसला बताया और इसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर की। यहीं नही सचिन ने यह भी सवाल उठाया है कि यूनिवर्सिटी में होने वाले सभी एडमिशन की जांच होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं होता है तो सचिन और उसके साथी आंदोलन करेंगे।

अब तक कहां थे?

सचिन चौधरी और उसके समर्थकों ने यूनिवर्सिटी में होने वाले अब तक के सभी एडमिशन पर सवाल खड़ा कर दिया है। हाईकोर्ट में अपील करने के साथ ही यह भी सवाल किया है कि सपा छात्र संघ के नेताओं की शिकायत पर इस तरह से उसको बाहर कर दिया गया है। सत्ता पक्ष के दबाव में आकर फैसला करना बहुत ही गलत है। अगर वास्तव में सीसीएसयू को फर्जी एडमिशन पकड़ने हैं तो उसे सभी एडमिशन की जांच करनी चाहिए। अब तक यूनिवर्सिटी कहां सोई थी जो एक नेता की शिकायत पर जांच की याद आ गई है। सचिन ने कहा कि अगर इस मामले में वह उच्च स्तरीय जांच करवाएंगे। अगर फिर भी न्याय नहीं मिलता है तो सड़कों पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

मामला बेहद गंभीर है। यूनिवर्सिटी प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में काम कर रहा है। इसके खिलाफ बड़े छात्र आंदोलन की जरूरत है।

-सचिन चौधरी

छात्र नेता

Posted By: Inextlive