- सीसीएसयू प्रशासन समिति की बैठक में लिया गया फैलसा

- 2015-16 की कापियों को ऑनलाइन दिखाया जाएगा

MEERUT सीसीएस यूनिवर्सिटी अपनी खामियों की वजह से अक्सर चर्चा में रही है, लेकिन अब इन खामियों को दूर करने के लिए यूनिवर्सिटी ने फैसला किया है। यूनिवर्सिटी अब एक अच्छा बदलाव कर रही है। सोमवार को यूनिवर्सिटी प्रशासन की बैठक में छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लिया है और कापियों को ऑनलाइन दिखाने का अहम फैसला लिया है।

कर सकेंगे आवेदन

यूनिवर्सिटी छात्रों की समस्याओं को लेकर काफी चिंतित है। यही कारण है कि अब विश्वविद्यालय ने छात्रों को अपनी परीक्षा कापियां ऑनलाइन दिखाने का निर्णय लिया है। सीसीएसयू अपनी वेबसाइट पर जल्द ही एक लिंक जारी करेगा। इस लिंक पर क्लिक कर छात्र आनलाइन कापियां देखने के लिए आवेदन कर सकेंगे। आनलाइन दिखने वाली कापी को छात्र डानलोड करने के साथ-साथ कुछ कमी मिलने पर आनलाइन ही स्क्रूटनी के आवेदन कर सकेंगे।

आरटीआई बढ़ने पर किया फैसला

यूनिवर्सिटी की ओर से पिछले सत्र में जारी किए गए रिजल्ट में जबरदस्त खामियां होने के कारण कापियां देखने वाले छात्रों की संख्या काफी बढ़ गई थी। अभी भी हजारों आरटीआई आवेदन विश्वविद्यालय की व्हाइट बिल्डिंग में धूल फांक रहे हैं। आवेदन अधिक होने और कापियां दिखाने के लिए पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था न हो पाने के कारण छात्रों को कापियां दिखाने में काफी दिक्कत हो रही है। ऐसे में विश्वविद्यालय की ओर से कापियां दिखाने के लिए नई व्यवस्था बनाने के लिए गठित की गई कमेटी की सोमवार को हुई बैठक में अहम निर्णय लिया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि अब ऑफ लाइन परीक्षा कापियां दिखाने के साथ-साथ विश्वविद्यालय आनलाइन भी कापियां दिखाएगा।

खर्च होंगे 220 रुपए

इसके लिए विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जल्द ही लिंक जारी किया जाएगा। ऑनलाइन कापियां देखने के लिए छात्रों को कुल 220 रुपये खर्च करने होंगे। आवेदन करने वाले छात्रों को वन टाइम पासवर्ड जारी किया जाएगा। इसके जरिए ही छात्र अपनी कापियां 15 दिन के अंदर देख सकेंगे। परीक्षा कापी की स्कैन कापी को छात्र डाउनलोड भी कर सकेंगे। अगर छात्रों को कापी का मूल्यांकन सही से न हो पाने और अन्य कोई शिकायत हो तो वे इसकी स्कू्रटनी के लिए ऑनलाइन ही आवेदन कर सकते हैं।

इनसेट

स्टूडेंट्स को मिलेगी राहत

यूनिवर्सिटी प्रशासन का दावा है कि देश में सीसीएस यूनिवर्सिटी यह योजना लागू करने वाली पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। देश में अभी किसी भी विश्वविद्यालय में ऑनलाइन कापियां दिखाने की कोई व्यवस्था नहीं है। विश्वविद्यालय की ओर से शुरू की गई नई व्यवस्था सही से लागू होती है तो कापियां देखने के लिए विश्वविद्यालय की चक्कर काटने वाले छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी। बैठक में रजिस्ट्रार दीप चंद, असिस्टेंट रजिस्ट्रार अरुण कुमार यादव, डीन साइंस और टैकनेलॉजी प्रो। मृदुल गुप्ता, डीन एजुकेशन पीके मिश्रा आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive