- केंद्रीय पीएसआई जांच की टीम ने अस्पताल की रिपोर्ट शासन को भेजी

- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा भेजी गयी जांच टीम ने घोषित किया था दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल

PIPRAICH: सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिपराइच को शीघ्र ही मण्डल का मॉडल अस्पताल का दर्जा मिल जाएगा। इसका नाम 'कायाकल्प क्लीन' योजना में चयन के लिये भी भेजा जा रहा है। प्रभारी अधीक्षक ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बताया कि जिला अस्पताल के बाद मंडल का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल अब अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होगा। उन्होंने कहा कि हम शासन की मंशा पर खरा उतरने का प्रयास कर रहे हैं। जरूरत है कि पहले से और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान की जाए।

19 ब्लाकों में एकलौता अस्पताल

पिपराइच स्वास्थ्य केन्द्र की जांच करने पहुंची केंद्रीय पीएसआई जांच टीम ने बताया कि जनपद के 19 ब्लाकों की जांच में पिपराईच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पास हुआ है। टीम ने बताया कि जनपद का यह पहला अस्पताल सभी अस्पतालों से बेहतर पाया गया है। इसी कारण से इस अस्पताल को चयनित किया जा रहा है। केंद्रीय जाँच टीम जब अस्पताल पहुंची तो अस्पताल ने जनपद कुशीनगर के मरीजों को देख खुश हो गयी। टीम ने डाक्टरों को उनके बेहतर कार्य के लिये उनकी पीठ भी थपथपाई।

जनवरी में घोषित किया बेहतर अस्पताल

केन्द्र सरकार व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आदेश पर प्रत्येक ब्लॉकों के सरकारी अस्पतालों के निरीक्षण में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पिपराईच की व्यवस्था चाक चौबंद देख केंद्रीय जांच टीम ने इस अस्पताल को जिला अस्पताल के बाद जनपद का दूसरा बड़ा अस्पताल घोषित किया था। जिसका नतीजा है कि आज यह अस्पताल जिले का मॉडल अस्पताल बनने जा रहा है।

बेहतर होगी चिकित्सा सुविधा

गोरखपुर जनपद में पिपराइच सीएचसी पहले ही दूसरा बड़ा अस्पताल घोषित हो चुका है। अब यदि यह मॉडल अस्पताल बनता है तो यहां के साथ ही आसपास के जिलों के पेशेंट को भी इसका लाभ मिलेगा। मॉडल अस्पताल बनने पर इसमें तमाम सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसके साथ ही डॉक्टर भी बढ़ेंगे। बेहतर सुविधा होने से इलाज और बेहतर होगा और इसका लाभ यहां आने वाले पेशेंट्स को मिलेगा। अभी भी यहां कुशीनगर व देवरिया जिलों से पेशेंट्स आते हैं। जिसको लेकर सीएचसी की तारीफ यहां आने वाली चिकित्सकीय टीम पहले भी कर चुकी है। ऐसे में यदि यह मॉडल अस्पताल बनता है तो गोरखपुर के साथ ही इन आसपास के जिलों के पेशेंट्स को भी इसका लाभ मिलना स्वाभाविक है। इसको लेकर अस्पताल में तैनात डॉक्टर्स व स्वास्थ्यकर्मी भी उत्साहित हैं। उन्हें लगता है कि इससे उन पर अधिक ध्यान होगा और उनकी भी परेशानियां दूर होंगी।

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Posted By: Inextlive