- आधे माह बाद भी मात्र दस नकलची ही आए पकड़ में

- 12वीं में 7 और 10वीं में केवल 3 नकलची धरे गए

DEHRADUN: उत्तराखंड बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन (यूबीएसई) के क्0वीं और क्ख्वीं की बोर्ड परीक्षा अभी जारी है, लेकिन इस बार बोर्ड एग्जाम में नकल रोकने के शिक्षा विभाग के दावे काफी हद तक कारगर साबित हुए हैं। परीक्षा को तकरीबन दो सप्ताह बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक नकलचियों के पकड़े जाने का अधिक मामला सामने नहीं आया है।

विभाग रख रहा नकलचियों पर नजर

उत्तराखंड बोर्ड एग्जाम के लिए प्रदेश में क्फ्क्7 सेंटर्स पर एग्जाम आयोजित किया जा रहा है। एग्जाम के लिए ख्ख् हजार टीचर्स को तैनात किया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से देखें तो विभाग ने स्टेट में ख्ब्भ् संवेदनशील और ख्म् अतिसंवेदनशील सेंटर्स पर विशेष नजर रखने के लिए देहरादून और रामनगर में कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं और नकलविहीन एग्जाम आयोजित करने के लिए क्क् सचल दस्ते लगाए गए हैं।

अब तक क्0 नकलची धरे

फ् मार्च से उत्तराखंड बोर्ड एग्जाम शुरू हुए थे। एग्जाम के पहले ही दिन तीन नकलची धरे गए। पौड़ी के जीआईसी से धरे गए तीनों नकलचियों को देखते हुए अंदाजा लगाया जा रहा था कि इस बार एग्जाम में नकलचियों का बोलबाला रहने वाला है। लेकिन अगले दिन हाईस्कूल के पेपर में प्रदेश भर से नकल का कोई मामला सामने नहीं आया। इसके बाद कुछ पेपर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गए। बीते शुक्रवार के त्यूनी के जीआईसी से एक लड़की के अनुचित साधनों का प्रयोग करते हुए पकड़े जाने के बाद नकलचियों के कुल क्0 ही मामले सामने आए। खास बात यह कि यह आंकड़ा दसवीं और बारहवीं दोनों को मिलाकर है। जिनमें क्ख्वीं परीक्षा में 7 और क्0वीं की परीक्षा में केवल फ् नकल के मामले सामने आए।

ताबड़तोड़ चल रही छापेमारी

विभाग द्वारा नकल रोकने के लिए प्रदेश के स्कूलों में विशेष दस्ते बनाए गए हैं। इसके अलावा पुलिस प्रशासन को भी पूरा सहयोग लिया जा रहा है। जिन स्कूलों में छापेमारी की जाती है वहां स्पेशल टीम के पहुंचने की सूचना गुप्त रखी जा रही है। छापेमारी की जगह की जानकारी भी विशेष दस्ते के मुखिया को ही दी जाती है। पूरा सिस्टम विभाग द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूप से कंट्रोल किया जा रहा है।

----- आरके कुंवर, डायरेक्टर, सेकेंडरी एजुकेशन उत्तराखंड

Posted By: Inextlive