- प्रेस कांफ्रेस कर नकल के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा-अभिभावक करें हेल्प

- पत्रकारों के सवाल पर मंत्री जी को आ गया गुस्सा, कहा-आप जज नहीं

PATNA: सरकार के डिपार्टमेंट गाल बजाते रहे और मैट्रिक की परीक्षा में चोरी की तस्वीरों ने सब राज खोल कर रख दिया। सरकार के एजुकेशन मिनिस्टर पीके शाही को प्रेस कांफ्रेस करना पड़ा। आई नेक्स्ट ने क्9 मार्च के अपने इश्यू में सरकार को कदाचारमुक्त परीक्षा का आईना दिखाया था। हालांकि प्रेस कांफ्रेस में मंत्री जी को गुस्सा आ गया।

नकल की मिली है कंप्लेन

मंत्री जी ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाया और पे्रस के सवाल से ही किनारा करना शुरू कर दिए। सेक्रेटेरिएट में हुए प्रेस कांफ्रेस में मंत्री पीके शाही के साथ-साथ डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी महाजन भी मौजूद थे। शिक्षा मंत्री ने बताया कि कई इलाकों से नकल करने की शिकायतें मिली हैं। शुरू में भी कचादारमुक्त परीक्षा के लिए विद्यार्थियों व अभिभावकों से अपील की गई थी।

क्क्00 से ज्यादा सेंटर, क्ब् लाख स्टूडेंट्स

उन्होंने कहा कि क्ब् लाख स्टूडेंट्स एग्जाम दे रहे हैं, जिनके लिए क्क्00 से ज्यादा सेंटर हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि म्0-70 लाख अभिभावकों की संख्या है। उन्होंने सवाल किया कि इसे नियंत्रण करना इन अभिभावकों की जवाबदेही नहीं क्या? ये सामाजिक जवाबदेही की बात नहीं है क्या? जो कदाचार के सहारे अच्छे अंक पाते हैं, क्या मैट्रिक उनके लिए अंतिम पड़ाव है? ऐसे में नैया पार लगेगी क्या?

सौ फीसदी कदाचारमुक्त है मुश्किल

अकेले सरकार के बूते संपूर्ण कदाचारमुक्त परीक्षा कराना कठिन काम है। हमें सहयोग की जरूरत है। हर परीक्षा में कंप्लेन मिलती है। सभी राज्यों से शिकायतें आती हैं। इसके निराकरण भी होते हैं। सरकारी तंत्र के लिए बिना सामाजिक सहयोग के सौ फीसदी कदाचारमुक्त परीक्षा मुश्किल है। अभिभावकों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक को नकल कराने चार-चार ना जाएं। सरकार ने नकल रोक ने के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। चीफ सेक्रेटरी, डीजीपी, एसपी सब को कहा गया है, इसके बावजूद अभिभावकों के सहयोग की जरूरत है। पत्रकारों ने जब शिक्षा मंत्री से सवाल दर सवाल करना शुरू किया, तो वे भड़क उठे। कहा-आप जज नहीं जो क्रॉस एक्जामिन कर रहे हैं।

Posted By: Inextlive