Chhath Puja 2021 Dainik Panchang: तिथि नक्षत्र वार योग और करण से मिलकर पंचांग बनता है। बुधवार 10 नवंबर के दैनिक पंचाग के मुताबिक शुभ मुहूर्त राहुकाल सूर्योदय और सूर्यास्‍त का समय तिथि नक्षत्र सूर्य करण चंद्र व दिशाशूल की स्थिति मास व पक्ष की समस्‍त जानकारी यहां दी गई है।

डाॅ. त्रिलोकीनाथ (ज्योतिषाचार्य और वास्तुविद)। Chhath Puja 2021 Dainik Panchang : आज छठ पूजा है। हिंदू धर्म में पंचांग का विशेष महत्व होता है। बुधवार 10 नवंबर को षष्ठी तिथि 01:57:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि है। षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं। बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।

आज के दिन क्या करें और क्या न करें
बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें। इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है। दिन का शुभ मुहूर्त, दिशाशूल की स्थिति, राहुकाल एवं गुलिक काल की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी आगे दी गई है।


10 नवंबर 2021 दिन-बुधवार का पंचांग
सूर्योदयः- प्रातः 05:33:00
सूर्यास्तः- सायं 06:27:00
विशेषः- बुधवार के दिन गणेश भगवान की पूजा करने का विशेष महत्व होता है। आज के दिन शरीर पर तेल लगाने से मां लक्ष्मी जी प्रसन्न होती हैं।
विक्रम संवतः- 2078
शक संवतः- 1943
आयनः- दक्षिणायन
ऋतुः- हेमंत ऋतु
मासः- कार्तिक माह
पक्षः- शुक्ल पक्ष
तिथिः- षष्ठी तिथि 01:57:00 तक तदोपरान्त सप्तमी तिथि
तिथि स्वामीः- षष्ठी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी हैं तथा सप्तमी तिथि के स्वामी भगवान सूर्यदेव हैं।
नक्षत्रः- उत्तरा अषाढ़ा 15:41: 00 तक तदोपरान्त श्रवण नक्षत्र
नक्षत्र स्वामीः- उत्तरा अषाढ़ा नक्षत्र के स्वामी सूर्य देव हैं तदोपरान्त श्रवण नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव जी है।
योगः- शूल 09:09:12 तक तदोपरान्त वृद्धि
गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 10:43:00A.M से 12:04:00 P.M तक।
दिशाशूलः- बुधवार को उत्तर दिशा में जाना अशुभ होता है यदि आवश्यक हो तो घर से धनियां या तेल खाकर निकलें।
राहुकालः- आज का राहु काल 12:04:00 P.M से 01:26:00 P.M तक
तिथि का महत्वः- इस तिथि में नीम नही खाना चाहिए यह तिथि मंगल कार्य, संग्राम, शिल्प, वास्तु, भूषण के लिए शुभ है।
“हे तिथि स्वामी, दिन स्वामी, नक्षत्र स्वामी, योग स्वामी आप पंचांग का पाठन करने वालों पर अपनी कृपा दृष्टि बनाये रखना।”

Posted By: Shweta Mishra