सुशांत सिंह राजपूत और श्रद्धा कपूर स्टारर फिल्म छिछोरे ने बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ के बिजनेस को छू लिया है। अब टाइम है फिल्म की इस सक्सेस को सेलिब्रेट करने का लेकिन फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर ने इसकी सक्सेस को किसी धूम-धड़ाके वाली पार्टी के बजाए बेहद माइल्ड मैनर में सेलिब्रेट करने का मन बनाया है। क्या है वो आइडिया जानते हैं यहां...


मुंबई (मिड-डे)। फिल्म छिछोरे इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कलेक्शन कर रही है। फिल्म की कहानी आज के स्टूडेंट्स की, किसी भी तरह की हार को एक्सेप्ट न कर पाने और उनपर बढ़ते कामयाबी के प्रेशर को न झेल पाने की स्थिति में उठाने वाले निगेटिव स्टेप्स पर फोकस करती है। वहीं फिल्म के डायरेक्टर नितेश तिवारी की ख्वाहिश है कि इतने सीरियस मुद्दे पर बेस्ड फिल्म को उसकी टारगेट ऑडियंस तक जरूर पहुंचना चाहिए और इनकी टारगेट ऑडियंस में शामिल हैं पढ़ाई की तैयारियों में लगे स्टूडेंट्स। ऐसे में अगले हफ्ते से नितेश और फिल्म के प्रोड्यूसर साजिद नाडियाडवाला ने मिलकर देशभर की यूनिवर्सिटीज में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग करने का फैसला लिया है। इस स्क्रीनिंग के साथ दोनों हर यूनिवर्सिटी में स्पेशन सेमिनार भी ऑर्गनाइज करेंगे, जिसमें वे स्टूडेंट लाइफ में सुसाइड जैसे आइडियाज से खुद को दूर रहने जैसे मसले पर चर्चा करेंगे।


सोर्स ने बताया ऐसाफिल्म की क्रिएटिव टीम से जुड़े एक

सोर्स ने बताया कि इसके डायरेक्टर और प्रोड्यूसर दोनों मिलकर स्टूडेंट्स के बीच ये मैसेज पहुंचाना चाहते हैं कि किसी भी हार का विकल्प सिर्फ सुसाइड नहीं है। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि एग्जाम्स या अपने लक्ष्य को पाने में आप फेल हो गए हैं। यहां ये देखने की जरूरत है कि उस लक्ष्य को पाने में आपने कितनी मेहनत की।उनका पहला स्टॉपेज होगा कोटाफिल्म स्क्रीनिंग के इस सुपर इंटलैक्चुअल आइडिया की शुुरुआत वे कॉलेजेस के सबसे बड़े हब कोटा से करेंगे। इसके बाद वे बढ़ेंगे उन शहरों की ओर, जहां के कॉलेजेस में अब तक सुसाइड करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या ज्यादा रही होगी। फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद होने वाले सेमिनार में स्टूडेंट्स को ये भी बताया जाएगा कि कितने भी हाईयर क्लास का एग्जाम हो, उसे हमेशा ईजी-वे में डील करना चाहिए। माक्र्स कम आने के डर से जिंदगी को खत्म करने का फैसला लेने का कोई मतलब ही नहीं बनता।सिर्फ नेटफ्लिक्स पर उतरेगी करण की 'ड्राइव', जानें कौन-कौन होगा लीड रोल मेंऐसा है रियल मोटो

इस बारे में खुद नितेश कहते हैं, मेरे और साजिद सर के इस फिल्म को बनाने के पीछे का लक्ष्य बॉक्स ऑफिस पर इसे कामयाबी दिलाने से कहीं ज्यादा बड़ा है। हां, हालांकि इसकी सक्सेस से हम सभी बहुत खुश हैं, लेकिन हमारा इससे बड़ा उद्देश्य फिल्म के मैसेज को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाना और उनको इस बारे में विश्वास दिलाना है। इसी वजह से हमने इसकी सक्सेस को इसकी स्पेशल स्क्रीनिंग के साथ सेलिब्रेट करने का मन बनाया है। ताकि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स फिल्म को देखें और अपनी सोच को पॉजिटिव बनाएं।hitlist@mid-day.comसुशांत पूरे करना चाहते हैं अपने ये 50 सपने, लैंबोर्गिनी कार खरीदना भी लिस्ट में

Posted By: Vandana Sharma