अंडरवर्ल्‍ड डॉन राजेंद्र सदाशिव निखलजे उर्फ छोटा राजन को 27 साल बाद प्रत्यर्पित करके भारत ले आया गया है। इंडोनेशिया से विशेष विमान से शुक्रवार की सुबह दिल्ली पहुंचते ही उसे तत्काल सीबीआइ के हवाले कर दिया गया।

कई मामलों में वांछित है राजन
कई हत्याओं, फिरौतियों और ड्रग्स की तस्करी के मामले में आरोपी 55 वर्षीय छोटा राजन वांछित है। भारत पहुंचने से पूर्व ही महाराष्ट्र सरकार ने एलान कर दिया था कि वह उससे जुड़े सभी मामलों की जांच सीबीआइ को सौंप देगी। चूंकि सीबीआइ को ऐसे मामलों की जांच में विशेषज्ञता हासिल है। बाली के गुराह राय अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से छोटा राजन ने भारतीय समय के अनुसार शाम 7.45 बजे भारत के लिए उड़ान भरी। यह विमान प्रात 5.30 पर नई दिल्ली पंहुच गया। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले नजदीकी ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण उड़ रही राख की वजह से बाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ानों को स्थगित रखा गया था जिसके चलते राजन की हिंदुस्तान वापसी टल गयी थी। जिसके बाद आज सुबह उसे विशेष विमान से बाली से दिल्ली के पालम एयरपोर्ट लाया गया, जोकि सुबह करीब 5.20 बजे एयरपोर्ट के टेक्निकल एरिया में उतरा। इस दौरान सुरक्षा बेहद कड़ी रखी गई। टेक्निकल एरिया में स्वात और पुलिस की टीमें सुरक्षा में तैनात रखी गईं। बताया जा रहा है कि जब राजन एयरपोर्ट पर विमान से नीचे उतरा, तो उसने सबसे पहले भारतीय धरती को चूमा। फिलहाल उसे सीबीआई मुख्यालय में रखकर पूछताछ की जा रही है।
 
25 अक्टूबर को हुई थी गिरफ्तारी  
ऑस्ट्रेलिया से इंडोनेशिया पहुंचने पर 25 अक्टूबर को बाली में गिरफ्तार किया गया था। भारत की अपील पर इंटरपोल से जारी रेड कॉर्नर नोटिस के जरिए ही यह गिरफ्तारी संभव हो सकी। राजन इंडोनेशिया में पूछताछ के दौरान यह कह चुका है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है। इस बीच भारत ने छोटा राजन के नकली पासपोर्ट को जब्त कर जांच शुरू कर दी है। बाली में गिरफ्तारी के समय राजन मोहन कुमार के नकली नाम से सफर कर रहा था। यह पासपोर्ट उसे ऑस्ट्रेलिया स्थित भारतीय उच्चायोग से जारी किया गया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘यह पहला मामला नहीं है जब नकली दस्तावेजों का इस्तेमाल पासपोर्ट बनवाने में किया गया है और ना ही यह आखिरी मामला होगा। जब भी हमारे सामने ऐसा मामला आता है, हम उचित कार्रवाई करते हैं।’

छोटा राजन के मामले अब सीबीआइ के पास
महाराष्ट्र सरकार ने सूबे में अंडरवल्र्ड डॉन छोटा राजन से संबंधित सभी मामले सीबीआइ को सौंपने का फैसला किया है। प्रदेश में छोटा राजन पर हत्या, हफ्ता वसूली व नशीली दवाओं की तस्करी संबंधी 70 मामले दर्ज हैं। राज्य के अतिरिक्त गृह सचिव केपी बख्शी ने गुरुवार देर शाम यह जानकारी दी। बख्शी के अनुसार, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडऩवीस ने छोटा राजन से संबंधित ज्यादातर मामले अंतरराष्ट्रीय होने के कारण यह फैसला किया है। इनकी जांच सीबीआइ ही ज्यादा बेहतर तरीके से कर सकती है। उन्होंने बताया कि ये मामले सीबीआइ को सौंपने के लिए केंद्र की ओर से राज्य सरकार पर कोई दबाव नहीं था। सीबीआइ चाहे तो राजन को दिल्ली में रखकर जांच कर सकती है। यदि वह उसे मुंबई में रखना चाहें तो इसके लिए भी प्रदेश सरकार पूरी तरह तैयार है।
पत्रकार जेडे की हत्या के मामले में भी वांछित
बता दें, छोटा राजन पर दर्ज अनेक आपराधिक मामलों में एक वरिष्ठ पत्रकार जेडे की हत्या का मामला भी शामिल है। जेडे दैनिक जागरण समूह के अंग्रेजी अखबार मिड-डे से जुड़े थे। छोटा राजन से संबंधित मामले सीबीआइ को सौंपे जाने से पहले गुरुवार सुबह मुंबई पुलिस आयुक्त अहमद जावेद ने पत्रकारों को बताया था कि छोटा राजन से पूछताछ के बाद जेडे मामले की नए सिरे से जांच की जाएगी। छोटा राजन इस मामले में प्रमुख आरोपी है। उसके इशारे पर चार चाल पहले मुंबई के पवई इलाके में दिनदहाड़े पत्रकार जेडे की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।

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Posted By: Molly Seth