गंगा में सीवेज और औद्योगिक कचरा फेंकने को रोकने की तैयार हो रही योजना

सीएम आदित्यनाथ योगी ने लोगों को दिलाया गंगा में गंदगी न फेकने का संकल्प

ALLAHABAD: प्रयागराज की पावन धरती पर हर साल जनवरी- फरवरी में भव्य माघ मेले का आयोजन होता है, जिसमें लाखों-करोड़ों लोग गंगा में पुण्य की डुबकी लगाते हैं। 12 साल पर कुंभ और छह साल पर अ‌र्द्धकुंभ का आयोजन होता है। इसके बाद गंगा की यह दशा अकल्पनीय है। इसे साफ-सुथरा बनाना हम सब का दायित्य है। हम अपनी कोशिश कर रहे हैं और थोड़ी कोशिश आप भी कर लें तो सीन बदल जाएगा। वर्ष 2019 में लगने वाले अ‌र्द्धकुंभ को लेकर क्या तैयारियां हैं और किन सुविधाओं की आवश्यकता है। यह देखने मैं यहां आया हूं। मुझे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जाओ पड़ताल करके आओ। मैं यही देखने आया हूं। शनिवार को इलाहाबाद आए सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह बात कही। वह संगम क्षेत्र स्थित हरिहर गंगा आरती कार्यक्रम में बोल रहे थे।

कोई कसर नही छोड़ेगी सरकार

योगी ने कहा कि अ‌र्द्धकुंभ के भव्य आयोजन में प्रदेश और केंद्र सरकार कोई कसर नही छोड़ेगी। जिस रूप में भागीरथ पृथ्वी पर गंगा को लेकर आए थे उन्हे उसी रूप में लाना है। हम गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर कटिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री ने नमामि गंगे योजना के लिए बीस हजार करोड़ रुपए दिए हैं। जिसका उपयोग गंगा स्वच्छता के लिए किया जाना है। प्रदेश में जहां (सहारनपुरर) से गंगा प्रवेश करती हैं वहां से बलिया तक उसे निर्मल बनाने की तैयारी चल रही है।

पूजन के लिए अलग से बनेगा कुंड

गंगा में डुबकी लगाइए लेकिन फूल, माला, बोतल आदि डालकर गंदगी मत फैलाइए। सीएम योगी ने कहा कि गंगा में कवल स्नान किया जाए और हम पूजा-पाठ के लिए अलग से कुंड बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा किनारे शौच करने से बचना है। इससे गंगाजल प्रदूषित होता है। हम यूपी में गंगा किनारे के गांवों में शौचालय बनाने कार्य पूरा करने जा रहे हैं। सीवेज और औद्योगिक कचरा गंगा में न जाए इसके लिए योजना अक्टूबर तक शुरू हो जाएगी। प्रयाग में गंगा तट पर स्थाई घाट का निर्माण कराया जाएगा।

तीर्थो का राजा है प्रयाग

सीएम ने हरिहरगंगा आरती के मंच से प्रयाग की धरती का जमकर बखान किया। उन्होंने कहा कि देश में विष्णु प्रयाग, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्र प्रयाग व देव प्रयाग है लेकिन प्रयागराज तो तीर्थो का राजा है। यहां गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती का पवित्र संगम विद्यमान है। किला में स्थित अक्षयवट, सरस्वती कूप, महर्षि भारद्वाज का आश्रम व निषादराज गुह की नगरी श्रृंग्वेरपुर यहां से करीब है। श्रंगवेरपुर की धरती का रामायण में विस्तार से बखान है और यह अनेकता में एकता का संदेश देती है। जो हमारी एकता में विघ्न डालते हैं उनके लिए श्रंगवेरपुर की पावन धरती किसी सीख से कम नही है। चित्रकूट, अयोध्या, काशी यहां से करीब है। कुंभ, अ‌र्द्धकुंभ जैसा आयोजन यहां के अलावा दुनिया में कहीं और नहीं होता। मंच पर उनके साथ उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त, कैबिनेट मंत्री मंत्री डॉ। रीता बहुगुणा जोशी, नंदगोपाल गुप्त नंदी, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, डॉ। अजय भारती, प्रवीण पटेल, अवधेश गुप्त, दिवाकरनाथ त्रिपाठी, शशांक त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

गंगा दशहरा पर लेना होगा संकल्प

सीएम ने रामघाट स्थित हरिहर आरती समिति के मंच से मौजूद श्रद्धालुओं को गंगा रक्षा का संकल्प दिलाया। कहा कि यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि आज मैं यहां आया हूं और कल गंगा दशहरा का पावन पर्व है। इसी दिन गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था। इसलिए आज सभी लोग संकल्प लीजिए कि गंगा में गंदगी नही फैलाएंगे। दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार प्रयाग की धरती पर योगी आदित्यनाथ ने इसके पहले किला घाट पर भी कुछ समय बिताया।

Posted By: Inextlive