- अचानक बुढि़या माता मंदिर में दर्शन करने पहुंचे सीएम ने की घोषणा

- सीएम ने कहा कि शक्तिपीठ तक बनाएं इंटरलाकिंग की सड़क

- तालाब के जीर्णोद्धार, प्रशासन और श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश

GORAKHPUR: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मां दुर्गा के विग्रह बुढिया माई शक्ति स्थल के सुंदरीकरण एवं दर्शनार्थियों के लिए जरुरी सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को गोरखपुर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सीएम ने अचानक कुसुम्ही जंगल स्थित बुढिया माई स्थल पहुंच कर पूजा अर्चना की और आशीर्वाद ग्रहण किया।

सीएम अचानक से दोपहर 3.10 बजे बुढिया माई स्थल पर पहुंचे थे। मंदिर दर्शन के बाद उन्होंने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। सीएम तकरीबन 25 मिनट तक शक्ति स्थल पर रहे। उनके साथ ओएसडी बल्लू राय, बुढिया माई मंदिर के पुजारी राजेन्द्र, रजही ग्राम प्रधान रणविजय सिंह मुन्ना, रामानन्द, रणजीत निषाद, विनोद निषाद, कमलेश राजभर, जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन, एसएसपी शलभ माथुर समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे। निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री मीडिया कर्मियों से भी मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि शारदीय नवरात्र चल रहा है। शारदीय नवरात्र में आदि शक्ति मां भगवती से जुड़े हुए सभी पवित्र स्थलों पर भारी संख्या में सनातन हिन्दू, धर्मावलम्बी श्रद्धालु जन जाकर दर्शन-पूजन कर पुण्य प्राप्त कर रहे हैं। बुढि़या माई का स्थान पौराणिक शक्तिपीठ है। यहां सुविधाओं का भारी अभाव था क्योंकि यह स्थल वन विभाग के दायरे में पड़ता था। वन टांगिया गांव से जुड़े हुए मजदूरों ने सौ वर्ष पहले यहां देवी की स्थापना की। उससे पहले भी देवी की प्रतिमा थी, लेकिन वन टांगियों ने मां भगवती के विग्रह बुढि़यां माई स्थल को आगे बढ़ाने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने यह क्षेत्र बुढिया माई के स्थान पर आरक्षित किया है। यहां इंटरलाकिंग सड़क बनाई जाएगी। इसके अलावा सरोवर के विकास की कार्ययोजना बनाने, आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन, पेयजल और ठहरने के इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही वन संरक्षण के साथ कचरा निस्तारण, साफ -सफाई की विस्तृत कार्ययोजना प्रशासन से मांगी गई है। ताकि हर समय श्रद्धालु यहां आकर आदि शक्ति माई दुर्गा के विग्रह बुढि़या माई का दर्शन कर सके, उन्हें कोई असुविधा न हो। जिलाधिकारी के विजयेंद्र पाण्डियन ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वन विभाग को कार्य योजना बना प्रस्ताव मांगा जाएगा।

Posted By: Inextlive