नवाबगंज के गांव फाजलपुर से शाहजहांपुर के गांव दुलिया के लिए थर्सडे को गई थी बारात। सूचना मिलते ही एसपीआरए ने आशा ज्योति केन्द्र की टीम को दिया बाल विवाह रोकने के आदेश।

BAREILLY: 21वीं सदी का भारत विकसित देश बनने की ओर अग्रसर है, लेकिन कुप्रथाओं को लेकर लोग अभी सचेत नहीं हो रहे हैं। वेडनसडे को नवाबगंज में बाल विवाह का एक मामला सामने आया। नट बिरादरी का एक परिवार 5 साल के मासूम की बारात लेकर शाहजहांपुर गया है। इस बच्चे को शादी की जिम्मेदारी का तो पता नहीं है, लेकिन बारात जाते वक्त पिता की गोद में बैंड बाजा की धुन सुनकर मगन था।

 

रिश्तेदार और ग्रामीण बने बाराती

नवाबगंज के गांव फाजलपुर में रहने वाली नट बिरादरी ने अपने पांच वर्ष के बेटे की शादी शाहजहांपुर निगोही थाना के गांव निवासी दुलिया की एक मासूम से तय कर दिया। फाजलपुर से शाम को पांच बजे बारात की रस्म शुरू हुई तो एक घंटा बारात की रस्म को पूरा कर लिया गया। जिसके बाद मासूम को गोद में उठाकर सभी बाराती बनकर बैंड बाजे के साथ गांव से निकले और कार में सवार होकर निकल गए। लेकिन मौके पर मासूम दूल्हे के पिता ने लोगों से फोटो करने को भी मना कर दिया, लेकिन ग्रामीणो ंने चुपचाप वीडियो और फोटो बना लिए।


एसपी देहात को दी सूचना

बारात की तैयारी होते देख किसी ने इसकी सूचना एसपी देहात डॉ.सतीश कुमार को दे दी। सूचना मिलते ही उन्होंने 181 आशा ज्योति केन्द्र की रेस्क्यू वैन को मौके पर टीम के साथ भेजा लेकिन तब तक फाजलपुर गांव से बारात निकल चुकी थी। जिसके बाद टीम खाली हाथ रह गई। टीम ने थाने पहुंचकर मासूम दूल्हे के पिता का मोबाइल नम्बर आदि तलाश किया और शाहजहांपुर पुलिस से बाल विवाह रोकने में मदद मांगी है।

 

-बाल विवाह की सूचना पर रेस्क्यू टीम को वैन से नवाबगंज के गांव फाजलपुर भेजा था। लेकिन तब तक बारात गांव से निकल चुकी थी। अभी तक टीम को दूल्हा दुल्हन के परिजनों तक नहीं पहुंच सकी है।

नीता अहिरवार, डीपीओ

Posted By: Inextlive