- रेलवे स्टेशन टैक्सी स्टैंड के पास हुई गिरफ्तारी

- पांच बच्चों को पूना ले जा रहा था मानव तस्कर

रेलवे स्टेशन टैक्सी स्टैंड के पास हुई गिरफ्तारी

- पांच बच्चों को पूना ले जा रहा था मानव तस्कर

GORAKHPUR:GORAKHPUR: ख्ब् घंटे के भीतर शहर में मानव तस्करी का दूसरा मामला सामने आया। गुरुवार दोपहर बच्चों के तस्कर को पकड़कर एएचटीयू ने पांच बच्चों को मुक्त कराया। कुशीनगर निवासी बच्चों के परिजनों को बहला-फुसलाकर तस्कर मजदूरी के लिए पुणे ले जा रहे थे। बच्चों को चाइल्ड लाइन में रखकर एएचटीयू जांच पड़ताल में जुटी है। एएचटीयू प्रभारी ने बताया कि बच्चों को अपने साथ ले आने वाले युवक के खिलाफ कैंट थाना में मानव तस्करी का मामला दर्ज कराया है। बच्चों के परिजनों के आने पर उनको घर भेज दिया जाएगा। इसके पहले बुधवार को रेलवे स्टेशन पर एक युवक को दो लड़कियों संग पुलिस ने अरेस्ट किया था। लेकिन बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर कौन है जो बच्चों का सौदा कर रहा है। किसके कहने पर गरीब बच्चों को परदेस भेजा जा रहा है।

ख्ब् घंटे में सामने आया दूसरा मामला

गुरुवार दोपहर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के मेंबर्स रेलवे स्टेशन पर गश्त करने निकले। टैक्सी स्टैंड के पास पांच बच्चे लावारिस हाल में मिले। पुलिस टीम ने उनसे बात करके जानकारी जुटा रही थी। तभी एक स्मार्ट युवक पहुंचा। संदेह होने पर टीम ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में युवक की पहचान कुशीनगर जिले के विशुनपुरा एरिया स्थित गौरी श्रीराम निवासी फिरोज अंसारी के रूप में हुई। उसने पुलिस को बताया कि बच्चे उसके गांव के रहने वाले हैं। बच्चों से बात करके पुलिस ने उनको चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। फिरोज को हिरासत में लेकर पुलिस कैंट थाना चली गई।

तीन हजार मासिक पर कराता मजदूरी

फिरोज से पूछताछ में पुलिस चौंक गई। सामने आया कि चार बच्चे मुसहर हैं। बेहद की गरीब परिवार के बच्चों को लेकर पुणे जा रहा था। पुणे में उसके चाचा की बिस्कुट फैक्ट्री है जहां बच्चों को काम पर लगाया जाना था। वह बच्चों के परिजनों से बात करके साथ ले आया था। फैक्ट्री में काम के बदले बच्चों को तीन-तीन हजार रुपए की मासिक पगार मिलती। बच्चों से फैक्ट्री में मजदूरी कराने की बात सामने आने पुलिस ने फिरोज के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कराया।

परिजनों से कहा-बच्चों काे पढ़ाओ

बच्चों से बात करके पुलिस ने पूरी जानकारी ली। विशुनपुरा थाना की पुलिस से संपर्क करके पूरी जानकारी दी। बच्चों के परिजनों से एएचटीयू ने बात की। पुलिस ने उनको घर ले जाकर पढ़ाने की सलाह दी। हिदायत देते हुए कहा कि दोबारा मजदूरी के लिए भेजने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई जाएगी। इंस्पेक्टर ने कहा कि आरोपी युवक के खिलाफ नियमानुसार मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है जिससे आरोपी के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाइर्1 जा सके।

पुलिस टीम में यह रहे शामिल

इंस्पेक्टर राम सुमेर त्रिपाठी, दरोगा जया, भगवान सिंह, सिपाही बृज किशोर सिंह, अतुल सिंह और सर्वदानंद।

इन बच्चों को कराया मुक्त

राजकुमार मुसहर (क्ब्) प्रभुजी मुसहर, अजय मुसहर (क्ख्) पुत्र धुरंधर मुसहर, रियाजुद्दीन (क्ख्) पुत्र नूर मुहम्मद, जसराज मुसहर (क्ख्) पुत्र राजाराम मुसहर और अच्छेलाल मुसहर (क्0) पुत्र सोमारी मुसहर, निवासी गौरीश्रीराम, थाना विशुनपुरा, जिला- कुशीनगर।

वर्जन

बच्चों को मजदूरी करने के लिए ले जाया जा रहा था। उनको ले जाने वाले युवक के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कराया गया है।

राम सुमेर त्रिपाठी, इंस्पेक्टर

Posted By: Inextlive