गत 3 फरवरी को मेडिकल कॉलेज से महिला ने चुराया था बच्चा

मेडिकल पुलिस ने लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र से किया बरामद

डॉक्टरी कराने के बाद परिजनों को सौंपा, आरोपी फरार

Meerut। मेडिकल अस्पताल से चोरी हुए बच्चे को लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र से मेडिकल पुलिस ने बरामद कर लिया है। लिसाड़ी गेट की रहने वाली महिला ने ही बच्चे को चुराया था। पुलिस ने लिसाड़ी गेट के फतेहउल्लापुर मोमीन नगर से बच्चे को बरामद कर लिया है। बच्चे का परीक्षण कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। परिजन बच्चा मिलने के बाद काफी उत्साहित हैं।

क्या था मामला

बुलंदशहर के स्याना निवासी सुमैया का निकाह छह साल पहले मुंडाली थाने के अजराड़ा निवासी आसिफ के साथ हुआ था। बीती 3 फरवरी को सुबह नौ बजे पति आसिफ ने सुमैया को डिलीवरी के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। सुमैया ने दोपहर के तीन बजे बेटे को जन्म दिया। सुमैया के एडमिट होने के साथ ही एक महिला डिलीवरी होने तक सुमैया के साथ थी। एक तरफ मेडिकल का स्टाफ महिला को सुमैया के परिवार का सदस्या मान रहा था, वहीं सुमैया उसे स्टाफ नर्स मान रही थी। शाम को साढ़े चार बजे वहीं महिला लेबर रूम से बच्चे को नर्सरी के लिए ऊपर ले गई। महिला के साथ-साथ बच्चे का पिता आसिफ भी था। आसिफ के मुताबिक, महिला ने बच्चे का गंदा कपड़ा आसिफ को कूड़ेदान में डालने के लिए भेज दिया। आसिफ लौटकर आया तो महिला बच्चे के साथ लापता हो चुकी थी।

ये हुआ खुलासा

एसपी सिटी डॉ। अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि आरोपी महिला की गिरफ्तारी व नवजात शिशु की बरामदगी के लिए बीती 3 फरवरी को मेडिकल थाने में परीजनों ने धारा 363 के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी विवेचना दारोगा जितेंद्र सिंह द्वारा की जा रही थी। घटना में आरोपी सुरईया पत्नी आसिफ निवासी फतेहउल्लाहपुर रोड मोमीन नगर गली नंबर एक थाना लिसाड़ी गेट का नाम प्रकाश में आया। जिसके बाद पुलिस ने गली नंबर एक स्थित उक्त मकान में रविवार को छापा मारा तो मकान की ऊपरी मंजिल के कमरे में पड़ी चारपाई पर नवजात शिशु बरामद हो गया। जिसे उसके पिता आसिफ ने पहचान लिया। बच्चे की डॉक्टरी कराने के बाद उसे परीजनों के सुपुर्द कर दिया गया। आरोपी महिला फरार चल रही है, उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

Posted By: Inextlive