रविवार को वरिष्ठ पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने किया दौरा

शासन ने लिया संज्ञान, डीपीओ से किया जबाव तलब

Meerut। कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से अब्दुल्लापुर स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में शनिवार अपराह्न बवाल हुआ था। शासन को भेजी रिपोर्ट में प्रोबेशन विभाग ने स्पष्ट किया है कि संप्रेक्षण गृह अधीक्षक समेत तैनात कर्मचारियों की लापरवाही प्रथम दृष्टया प्रकाश में आई है। रविवार को परिसर में तनावपूर्ण खामोशी रही। बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात रहा तो वहीं किशोरों की गतिविधियों पर पुलिस नजर रखे रही।

वरिष्ठ अधिकारियों ने किया दौरा

गौरतलब है कि शनिवार अपराह्न 4 बजे संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध किशोरों के दो गुटों में जमकर भिडंत हो गई थी। पोछा लगवाने को लेकर भिड़े किशोरों में जमकर ब्लेड और खिड़कियों के कांच चले, संघर्ष में आधा दर्जन से अधिक किशोर घायल हुए थे। पूर्व की घटनाओं को संज्ञान में लेते हुए रविवार को वरिष्ठ अधिकारियों ने संप्रेक्षण गृह का दौरा किया। डीपीओ सुधाकर शरण पाण्डेय ने बताया कि स्थिति को काबू में कर लिया गया है। घायल किशोरों को इलाज के बाद संप्रेषण गृह में लाया गया है। डीपीओ ने रविवार को संप्रेषण गृह के अधीक्षक ओमपाल सिंह से घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली और हिदायत दी कि वे किशोरों की गतिविधियों पर नजर रखें।

शासन को भेजी रिपोर्ट

डीपीओ सुधाकर शरण पाण्डेय ने बताया कि शासन के निर्देश पर घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट निदेशालय को भेज दी गई है। प्रथम दृष्टया तैनात अधीक्षक और कर्मचारियों की लापरवाही प्रकाश में आई है। सभी को हिदायत दी गई है। विस्तृत जांच के बाद ही स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट हो पाएगी। शनिवार को संप्रेक्षण गृह के स्टाफ ने 4 कमरों में निरुद्ध किशोरों को एकसाथ ग्राउंड में जाने दिया जिसके बाद दोनों गुट भिड़ गए। मेरठ के किशोर भी बवाल के बाद दो खेमों में बंट गए और मारपीट में शामिल हो गए। वहीं, रविवार को मेरठ पहुंची महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी डीपीओ से घटनाक्रम की जानकारी ली।

गैंग बन रहे वजह

लंबे समय से शांत चल रहे मेरठ के संप्रेक्षण गृह में बवाल एक बार फिर परिसर के अंदर पनप रहे गैंगस की ओर इशारा कर रहे हैं। बता दें कि बागपत जनपद के गंभीर अपराधों के आरोपी किशोरों के 2 गुट फिलहाल संप्रेक्षण गृह में सक्रिय हैं जो आए दिन छिटपुट बवालों को हवा देते हैं। बता दें कि संप्रेक्षण गृह में फिलहाल मेरठ और बागपत जनपद के किशोर निरुद्ध हैं। यहां सनद हो कि पिछले दिनों हुए बवाल के बाद कुछ किशोर 18 वर्ष से अधिक उम्र के चिह्नित हुए थे, केसेज की लचर पैरवी के चलते संप्रेक्षण गृह में 18 वर्ष से अधिक उम्र के किशोर निरुद्ध रहते जो आए दिन बवाल को अंजाम देते हैं।

संप्रेक्षण गृह में किशोरों के दो गुट आपस में भिड़ गए थे। सभी का बयान लेकर शासन को रिपोर्ट दे दी गई है। स्थिति नियंत्रण में है।

सुधाकर शरण पाण्डेय, डीपीओ, मेरठ

Posted By: Inextlive