- पीएमसीएच में दस बेड का कुपोषण पुनर्वास केन्द्र होगा आरंभ

PATNA (7 March):

बिहार में जन्म लेने वाले हर हजार बच्चों में से करीब छह प्रतिशत बच्चे गंभीर रूप से कुपोषण के शिकार हैं। इसके अलावा सामान्य रूप से भी कुपोषण के मानकों में प्रति सौ में से ब्भ् बच्चे कुपोषित की श्रेणी में आते हैं। इसी कन्सर्न को ध्यान में रखते हुए पीएमसीएच में इसके लिए कुपोषण पुनर्वास केन्द्र खोला जाएगा। इस बारे में पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट के हेड डॉ एके जायसवाल ने कहा कि यह पहला मौका होगा जब राज्य के किसी मेडिकल कॉलेज में ऐसी पहल की जा रही है। इस केन्द्र में पांच साल से कम उम्र के बच्चों को रखा जाएगा। यहां रखने और पोषण की देखभाल करने के लिए विशेष व्यवस्था होगी। यहां पोषाहार जो बढ़ते हुए बच्चों के लिए जरूरी होता है, ि1दए जाएंगे।

दो माह में शुरू होगा केन्द्र

यह केन्द्र आगामी दो माह में शुरू हो जाएगा। इसमें यूनिसेफ और बिहार सरकार मिलकर काम करेगी। इसमें वैसे बच्चे रखे जाएंगे, जिनका वजन कम हो, समय के साथ शारीरिक विकास कम हो व अन्य संबंधित समस्याएं हो। शुरुआत में यह दस बेड का बनाया जा रहा है। बाद में इसकी सफलता के बाद इसकी संख्या बढ़ायी जा सकती है। इसके अलावा आगामी दो माह में ही, एनआईसीयू में ख्ब् और बच्चों को रखने के लिए न्यू बार्न केयर की व्यवस्था की जाएगी। वर्तमान में कुल ख्ब् न्यू बार्न केयर है। इसमें वेंटिलेटर व अन्य मशीने भी लगायी जाएगी। इसका टेंडर हो गया है और पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में अभी इसके लिए रिनोवेट किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive