- दैनिक जागरण आईनेक्स्ट मुहिम 'बचा रहे बचपन' के तहत राजकुमार एकेडमी में हुआ सेमिनार

- काउंसलर ने रोचक तरीके से बताया चाइल्ड सेक्सुअल अब्यूज के बारे में

LUCKNOW: गैरों से ज्यादा बच्चे अपनों की गलत नियत और हरकतों का शिकार होते हैं। अक्सर उनको ऐसी जगहों पर टच किया जाता है, जिससे वे असहज हो जाते हैं। तभी तो दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के 'बचा रहे बचपन' अभियान के तहत शुक्रवार को राजकुमार एकेडमी, मेहंदीगंज नियर टिकैट राय तालाब राजाजीपुरम में बच्चों को सेक्सुअल अब्यूज के प्रति अवेयर और बचाव के लिए ब्रेक द साइलेंस सेमिनार आयोजित किया गया। जहां परवरिश संस्था की काउंसलर दीप्ति मिरानी ने बच्चों को गुड-बैड टच और अनसेफ टच के बारे में अवेयर किया। एक्सपर्ट ने बेहद रोचक तरीके से बच्चों को समझाया और उनके सवालों के जवाब दिये। सेमिनार में 500 से अधिक स्टूडेंट्स के साथ टीचर का स्टॉफ मौजूद रहा।

किसी के साथ भी हो सकता है अब्यूज

सेमिनार के दौरान एक्सपर्ट दीप्ति मिरानी ने बच्चों को सेक्सुअल अब्यूज के बारे में समझाते हुये बताया कि यह किसी भी लड़के या लड़की के साथ हो सकता है। यह केवल अनजान ही नहीं जानने वाले भी कर सकते हैं, इसलिए केवल ड्राइवर या अनजान ही नहीं बल्कि अंकल और जानने वाले से भी अलर्ट रहना चाहिए क्योंकि एक सर्वे के अनुसार 94 परसेंट बच्चों ने बताया कि उनके साथ अब्यूज करने वाले परिचित ही थे।

बताया बैड व अनसेफ टच

काउंसलर दीप्ति ने बच्चों को बैड टच के बारे में बताया कि यदि कोई अजनबी या जानने वाला आपके गाल या बाल खींचे, बॉडी में कहीं छुए और आपको अच्छा न लगे, लगातार सहलाना-पुचकारना या जबरदस्ती गोद में बैठाने को बैड टच कहा जाता है। इसी तरह अगर कोई आपके प्राइवेट पार्ट को टच करे तो उसे अनसेफ टच कहा जाता है। आपकी बॉडी में माउथ, चेस्ट या ब्रेस्ट, पैरों के बीच की जगह और बॉटम चार प्राइवेट पार्ट होते हैं, जिनको टच करना या करवाना अनसेफ टच होता है। इसके साथ गंदे वीडियो या फोटो दिखाना भी अब्यूज कैटेगरी में आता है, जो बेहद ही गलत होता है। ऐसा होने पर तुरंत मदद लेनी चाहिए।

खुद का करें बचाव

सेमिनार में बच्चों को बताया गया कि सेक्सुअल अब्यूज जिसके साथ होता है, उसकी कोई गलती नहीं होती, इसलिए आपके साथ कहीं कुछ गलत हो रहा हो तो इस दौरान खुद को कैसे सेफ रखें के बारे में काउंसलर ने समझाया। दीप्ति ने बताया कि अगर कोई आपके साथ अब्यूज करे तो सबसे पहले खूब जोर से चिल्लाते हुये नो बोलें क्योंकि अब्यूजर को जवाब की उम्मीद नहीं होती है। इसके साथ बच्चों को सही तरीके से चिल्लाने के टिप्स देते हुये उनसे प्रैक्टिस कराई, जिसमें बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इसके साथ उन्हें उस जगह से तेजी से भाग जाने के बारे में बताया और किसी सेफ प्लेस जैसे दुकान, स्कूल पर जाने के लिए मोटिवेट किया ताकि अब्यूजर से खुद को सेफ रखा जा सके।

पैरेंट्स से जरूर करें शेयर

काउंसलर ने बच्चों को समझाते हुये कहा कि जब भी कोई आपके साथ किसी भी तरह से गलत करे उसे अपने पैरेंट्स से शेयर करें। अपने पैरेंट्स से कभी कोई बात छिपानी नहीं चाहिए। इसके साथ आप अपने टीचर्स, फ्रेंडस या किसी ऐसे से भी बात शेयर कर सकते हैं जिसपर आप ट्रस्ट करते हैं क्योंकि जबतक आप किसी को बतायेंगे नहीं तो अब्यूजर अपनी हरकतों को जारी रखेगा इसलिए ऐसी बात बताएं ताकि उनको सजा मिल सके।

बच्चों को किया इनवॉल्व

सेमिनार के दौरान काउंसलर के बच्चों को चाइल्ड सेक्सुअल अब्यूज से संबंधित दो वीडियो भी दिखाये गए ताकि ताकि बच्चे इसे बेहतर तरीके से समझ सकें। जिसके बाद बच्चों को एकबार फिर बैड और अनसेफ टच के बारे में बताया गया। इसके साथ बच्चों से भी कई सवाल और जवाब हुये।

इन सवालों के बारे में बताया

- बैड और अनसेफ टच क्या होता है

- क्या यह दोनों जेंडर के साथ हो सकता है?

- कोई सेक्सुअल अब्यूज करे तो क्या करना चाहिए?

- घटना के बारे में किसे बता सकते हैं?

- अगर कोई न सुने तो क्या करना चाहिए?

बच्चे रखें यह बातें ध्यान में

- यदि कोई आपके प्राइवेट पा‌र्ट्स लिप्स, चेस्ट या ब्रेस्ट, बॉटम और पैरों के बीच की जगह को टच करे तो जोर से चिल्लाएं

- चिल्लाते रहें और उसके पास से कहीं दूर तेजी से भाग जायें

- किसी सेफ प्लेस, किसी दुकान, स्कूल या पर्सन के पास पहुंच जायें

- अपने पैरेंट्स का नंबर हमेशा याद रखें।

- अपने पैरेंट्स या जानने वालों को पूरी बात बतायें

- अपने से गलत न होने दें और न गलत करें

कोट

1. बच्चों ने काफी कुछ सीखा और जाना है। उनका एक्टिव पार्टीसिपेट दिखा रहा था कि बच्चे इसके बारे में जानने के लिए कितने उत्सुक थे। बच्चों ने वादा किया है कि अब वह चाइल्ड अब्यूज को लेकर चुप नहीं बैठेंगे।

- दीप्ति मिरानी, काउंसलर परवरिश

2. बच्चों को बैड टच के बारे में बताना बेहद जरूरी है। ऐसे सेमिनार बच्चों को समझने और अवेयर करने में बहुत मदद करते हैं। पैरेंट्स को भी अपने बच्चों से इसपर बात जरूर करनी चाहिए।

- शालिनी तिवारी, प्रिंसिपल राजकुमार एकेडमी

Posted By: Inextlive