जारी हुआ बजट, 13 दिन में बच्चों को वितरित किए जाएंगे स्वेटर

सस्ती दर पर स्वेटर खरीदना विभाग के लिए बन रहा मुसीबत

Meerut। सर्दी से बच्चों की हिफाजत करने के लिए बेसिक शिक्षा परिषद उन्हें 200 रूपये का स्वेटर देगा। गौरतलब है कि इसके लिए परिषद की ओर से बजट भी जारी कर दिया गया है। महंगाई के इस दौर में इतनी सस्ती दर पर 13 दिन के भीतर स्वेटर बांटना अब जिला बेसिक शिक्षा विभाग के लिए चुनौती बन गया है। शासन की ओर से पहली से आठवीं तक के बच्चों के लिए स्वेटर बांटने की डेडलाइन 31 अक्टूबर पहले ही निर्धारित की जा चुकी है क्योंकि पिछले सत्र में फरवरी बीतने के बाद बच्चों को स्वेटर बांटे गए थे।

समिति करेगी खरीद-फरोख्त

स्वेटर की खरीद-फरोख्त के लिए बजट मिलते ही जिला बेसिक शिक्षा विभाग अधिकारी की ओर से स्कूल मैनेजमेंट समिति और टीचर्स को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिसके तहत एक निर्धारित टीम इस काम को देखेगी। जिसमें स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष, प्रिंसिपल या इंचार्ज को इसका सचिव बनाया जाएगा। जबकि एसएमएसी का स्थानीय प्राधिकारी, अभिभावक और संरक्षक भी इसमें शामिल होंगे। स्वेटर खरीदने से पहले कमेटी सैंपल चेक कर रिपोर्ट एबीएसए को देगी और एबीएसए यह रिपोर्ट यह बीएसए को देगा। स्वेटर की खरीदारी और उसकी गुणवत्ता को परखने तथा किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने की जिम्मेदारी शासन की ओर से जनपद स्तरीय समिति को दी गई है।

यह है स्थिति

31 अक्टूबर तक स्वेटर बांटना होगा विभाग को

13 दिन ही बाकी बचे हैं विभाग के पास

1 लाख 19 हजार तकरीबन बच्चों को विभाग की ओर से स्वेटर दिया जाएगा।

1342 तकरीबन स्कूलों में होगा स्वेटर का वितरण।

क्लास 1 और 2 के लिए 26 से 28 नंबर यानी शार्ट साइज का स्वेटर होगा।

क्लास 3 और 4 के लिए 28 से 30 नंबर यानि मीडियम साइज का स्वेटर होगा।

क्लास 5 और 6 के लिए 30 से 34 नंबर यानि लार्ज साइज का स्वेटर होगा।

क्लास 7 और 8 के लिए 36 से 38 नंबर यानि एक्स्ट्रा लार्ज साइज का स्वेटर होगा।

स्वेटर का रंग मरून होगा और इसकी कीमत 200 रूपये होगी।

20 हजार रूपये से एक लाख रूपये तक की अनुमानित व्यय होने पर कोटेशन प्राप्त किया जाएगा।

एक लाख या उससे अधिक के खर्च के लिए टेंडर प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

स्वेटर के लिए बजट की पहली किश्त जारी कर दी गई है। हमने सभी स्कूलों और एसएमसी को स्वेटर खरीदने के लिए निर्देशित कर दिया है। पूरी कोशिश है कि डेडलाइन तक बच्चों को स्वेटर दे दिए जाएं।

सूर्यकांत गिरि, एबीएसए, मेरठ

Posted By: Inextlive