Lucknow: जी हां यह बिल्‍कुल सही है. सिर्फ लखनऊ ही नहीं पूरे भारत से चीन को हर महीने करोड़ रुपये भेजे जा रहे हैं. आप चाहें तो सिर्फ एक दिन में उसे घुटने टेकने पर मजबूर कर सकते हैं. आपको विश्‍वास नहीं होता तो पढि़ए एक रिपोर्ट...


दिलो-दिमाग में चाइनीज मालबार्डर पर तो 19 किलोमीटर लेकिन राजधानी लखनऊ पर 90 परसेंट चीन ने कब्जा कर लिया है। बिना गारंटी के किचेन से लेकर बेडरूम तक चाइना घुस गया है। बच्चों के दिलों पर चाइना, बड़ों के दिमाग में चाइना। महिला की पसंद चाइना और यूथ का बजट चाइना। आखिर चाइना ने सिटी में कैसे कितना और किस सेक्टर में जमा लिया है अपना कब्जा इसी को टार्गेट करती आईनेक्स्ट की यह स्पेशल रिपोर्टदुश्मन को लुटा रहे पैसा
खुशियों में लुटाये जा रहे पैसे देश के दुश्मन चाइना के काम आ रहे हैं। लोगों के घरों के साथ-साथ लखनऊ में हो रही महफिलें भी चाइना के बल्ब से रौशन हो रही हैं। सजावट के लिए भारी मात्रा में चाइना के प्रोडक्ट यूज किये जा रहे हैं। खुशी के मौके पर चाइना के पटाखे छोड़े जा रहे हैं। घरों में चाइनीज इंडक्शन हांडी गरम कर रहा है। 21वीं सदी में लोगों के कम्युनिकेशन गैप कम करने के लिए चाइना के मोबाइल ने पूरी घुसपैठ बना ली है। कम शब्दों में कहें तो बच्चों के खिलौने से लेकर आराम फरमाने के लिए बेड तक के चाइनीज प्रोडक्ट लखनऊ के लगभग हर घर में किसी न किसी रूप में यूज हो रहे हैं। मार्केट पर चाइना का यह कब्जा 75 परसेंट से अधिक पहुंच चुका है। कुछ इलाके ऐसे हैं जहां इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स 90 परसेंट चाइना के ही मिल रहे हैं। लेकिन अब बार्डर पर उसकी हरकत से नाराज लखनवाइट्स ने चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ फेसबुक पर जंग छेड़ दी है।एफबी पर बायकॉट की मुहिमबार्डर पर चाइना की घुसपैठ के बाद फेसबुक और ट्विटर पर चाइनीज प्रोडक्ट को बायकाट करने की मुहिम छेड़ दी है। अपील की जा रही है कि देश के दुश्मन के प्रोडक्ट न खरीदे जाएं। लेकिन इस मुहिम का असर फिलहाल दिख नहीं रहा है। माल की गारंटी भले ही ना हो लेकिन सस्ता होने की वजह से यह मीडियम फैमिलीज में काफी पैठ बना चुका है।तीन बाजार से दस करोड़ का मंथली कारोबारसोर्सेज की मानें तो लखनऊ की सिर्फ तीन मार्केट से चाइना के प्रोडक्ट दस करोड़ से ज्यादा बिक जा रहे हैं। चाइनीज प्रोडक्ट की सबसे ज्यादा बिक्री नाका, यहियागंज और अमीनाबाद की मुम्ताज मार्केट से हो रही है। यहां बिकने वाले ज्यादातर प्रोडक्ट चाइना के ही होते हैं।त्यौहार हमारा खुशियां चाइना की झोली में


त्यौहार भले ही हमारें हों लेकिन खुशियां चाइना के झोली में जा रही हैं। त्यौहारों पर चाइना की कमाई करोड़ों में हो रही है। चाहे होली पर चाइनीज पिचकारी हो या दीवाली पर यूज होने वाली सजावटी झालर और पटाखे। इन सब के पैसे चाइना पहुंच रहे हैं और वह देश का नम्बर एक दुश्मन बनने को तैयार नजर आ रहा है। यानी जोश में होश खोने का पूरा लाभ चाइना दोनों हाथों से बटोर रहा है।हर घर में चाइनायह लखनऊ है। यहां हर घर में चाइना के प्रोडक्ट हैं। बच्चों के खिलौने से लेकर बेड तक सभी चाइना से सफर करके लखनऊ पहुंच रहे हैं। भले ही चाइना के माल की कोई गारंटी ना हो फिर भी लखनवाइट्स ऐसे प्रोडक्ट्स को काफी लाइक कर रहे हैं। जो मीडियम और उससे नीचे के लोग हैं वह ज्यादातर प्रोडक्ट यूज कर रहे हैं और जो हाई प्रोफाइल हैं वह फर्नीचर में चाइनीज प्रोडक्ट का य=Report by: yasir.raza@inext.co.in

Posted By: Inextlive