चीन ने तिब्‍बती धर्मगुरू दलाई लामा की तिब्‍बत जाने की इच्‍छा को पूरी तरह से नकारते हुए कहा है कि पहले तिब्‍बती धर्मगुरु को देश विभाजन के प्रयासों पर रोक लगानी चाहिए. तिब्‍‍बती धर्मगुरू ने चीन से अनौपचारिक रूप से तिब्‍बत और उत्‍तरी चीन के धार्मिक पर्वत वुताई शान पर जाने की इच्‍छा जताई थी.


तिब्बत नही जा सकते दलाई लामाचीन ने आज दलाई लामा की तिब्बत जाने की आकांछा पर कुठाराघात करते हुए कहा कि दलाई लामा को देश विभाजन की गतिविधियों पर विराम लगाना चाहिए. चीनी विदेश मंत्रालय ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि 14वें दलाई लामा पर हमारी पॉलिसी बिलकुल साफ है कि धर्म गुरु को तिब्बत लौटने की बात कहने के जगह पर चीन को बांटने की कोशिशों को सही मायनों में बंद करना चाहिए. इसके साथ अपने व्यक्तिगत भविष्य के लिए अलगावबादी एक्टिविटीज बंद करनी चाहिए. इसके साथ ही विदेश मंत्रालय ने कहा कि फिलहाल ऐसा करना धर्मगुरू के व्यक्तिगत भविष्य के लिए काफी फायदेमंद एवं उचित होगा. दलाई लामा ने चीन से की बात
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि 14वें तिब्बती धर्मगुरु ने आधी सदी निर्वासन में बिताने के बाद तिब्बत की ऐतिहासिक यात्रा के लिए चीन से अनौपचारिक वार्ता की थी. इस बातचीत में धर्मगुरू ने चीन के एतिहासिक पर्वत वुताई शान पर जाने की इच्छा भी व्यक्त की थी. उल्लेखनीय है कि चीन में वुताई शान पर्वत की काफी महत्ता है. बौद्ध धर्म को मानने वाले चीनी नागरिक इस पर्वत को पवित्र मानते हैं.

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Posted By: Prabha Punj Mishra