एक अमेरिकी राजदूत ने कहा कि चीन दुनिया के सबसे शक्तिशाली सैन्य समूह नाटो के निशाने पर आ गया है। उन्होंने कहा बीजिंग शांतिपूर्ण सहयोगी हो सकता है लेकिन इस समय वह ऐसा दिख नहीं रहा है।


वाशिंगटन (पीटीआई)। नाॅर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो) में अमेरिका के स्थाई प्रतिनिधि के बैले हचिसन ने बुधवार को कहा कि चीन जो कर रहा है नाटो ने उस पर नजर रखना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीन शांतिपूर्ण सहयोगी हो सकता है। वह एक अच्छा कारोबारी मित्र भी हो सकता है लेकिन इस समय वह ऐसा कुछ भी दिखा नहीं रहा है। नाटो सदस्य उसकी गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।ताइवान, जापान और भारत के खिलाफ चीन आक्रामक
वह नाटो के निशाने पर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि हम जोखिम के लिहाज से बुरा से बुरा वक्त सोच कर चल रहे हैं। यदि कुछ अच्छा हो तो बात अलग है। ताइवान, जापान और भारत के खिलाफ चीन का आक्रामक रुख है। इन देशों के खिलाफ उसका रवैया उकसावे भरा है। हचिसन का कहना था कि उन्हें लगता है कि नाटो अब पूर्व की ओर देख रहा है। यह सबकुछ 5जी नेटवर्क के साथ हो रहा है जिसे अमेरिका और यूरोपीय देशों का गठबंधन हल निकाल लेगा।

Posted By: Satyendra Kumar Singh