-होली के लिए मार्केट में नहीं मिल रही चाइना पिचकारी और रंग गुलाल

-कोरोनावायरस का डर, रंगों के बाजार पर हो गया असर

रंगों के त्योहार होली में इस साल बाजार में मेड इन चाइना नहीं मेड इन इंडिया का रंग चढ़ेगा। इस साल भी लोग जमकर रंग-गुलाल उड़ाएंगे और पिचकारियां खेलेंगे, लेकिन ये रंग-गुलाल और पिचकारियां पूरी तरह से इंडियन रहने वाली हैं। क्योंकि मार्केट से चीनी पिचकारी और अन्य सामान गायब हैं। इस साल होली में सिर्फ भारतीय रंग ही देखने को मिलेगा। मार्केट में हर्बल रंग-गुलाल आने भी शुरू हो गए हैं।

चीन से नहीं आई पिचकारी

व्यापारियों का कहना है कि कोरोनावायरस की वजह से इस बार सबसे अधिक होली का बाजार प्रभावित हुआ है। मार्केट में इस साल चीन से आने वाली पिचकारियां नहीं पहुंची हैं, जो अधिकांश चीन से आती हैं। पिछले साल के आइटम ही लोग बेच रहे हैं। ऐसे में जो पिचकारी 300 की थी वह 500 की पहुंच गई है। पिचकारी में प्लास्टिक गन, पिट्ठू बैग सहित कई आइटम के दाम बढ़ गए हैं। अभी तक लोगों ने होली की खरीदारी शुरू भी नहीं की है। ऐसे में त्योहार के आखिरी दौर में खरीदारी करने वाले लोगों को पिचकारी जैसे आइटम के लिए भटकना भी पड़ सकता है।

इंडियन मैन्युफैक्चर्स की पिचकारी ही

चीन की पिचकारियां और रंग-गुलाल नहीं आने से अभी दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरू से पिचकारियां और हर्बल रंग-गुलाल आ रहे हैं। चीन में फैले कोरोनावायरस को देखते हुए लोकल स्तर पर रंग के त्योहार को मनाने का पूरी तैयारी है।

10 से 500 तक की पिचकारी

थोक बाजार में भारतीय पिचकारी 10 रुपये से 500 रुपये की है। रिटेल मार्केट में ये 50 रुपये से लेकर 700-800 रुपये तक जाएंगी। हर्बल गुलाल की बढ़ती डिमांड को देखते हुए ये ही मंगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही बाजारों में ट्रेंडी पिचकारी और गुलाल की डिमांड भी है। लोकल बाजार वाटर पिस्टल, टैंक, प्रेशर गन, होली एक्सेसरी और ट्रेडिशनल पिचकारी से भरे हुए हैं। अभी से दूरदराज में रहने वाले कारोबारी खरीदी के लिए आने लगे हैं।

सोशल मीडिया भी निभा रहा भूमिका

होली में चीनी मार्केट की रंगत उड़ाने में सोशल मीडिया भी अहम रोल अदा कर रहा है। सोशल मीडिया में लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि चीन में फैले कोरोनावायरस के चलते यहां से आने वाली पिचकारियों और रंग का प्रयोग न करें। ये काफी नुकसानदायक होंगे। जिससे लोग यदि कहीं चीनी सामान मिल भी रहा है तो उसे लेने से बच रहे हैं।

गिरेगा चाइना मार्केट

कारोबारी भी चाइना की पिचकारियां मंगाने से तौबा कर रहे हैं। उनका कहना है कि चाइना पिचकारियों का कारोबार सौ फीसद तक गिर जाएगा। इससे लोकल मैन्यूफैक्चरर्स और कारोबारियों को बड़ा फायदा होगा।

चीन में फैले कोरोनावायरस की वजह से इस बार चाइना से कोई भी पिचकारी और रंग नहीं आया है। सिर्फ इंडिया मेड ही पिचकारियां मिल रही है।

मुन्ना-व्यापारी, दालमंडी

ऐसा बिल्कुल नहीं है कि चाइना से पिचकारियां न आने से मार्केट पर असर पड़ेगा। हां यह जरुर है कि मेक इन इंडिया वाली पिचकारी व रंग थोड़ी महंगी होगी।

मो। आसिफ, व्यापारी-हड़हासराय

Posted By: Inextlive