हमारे देश में 4 जी अब भी रो रोकर चल रहा है और उधर चीन ने 'इंटरनेट ऑफ थिंग्‍स' पर फोकस करके 6जी डेवलप करने की तैयारी शुरू कर दी है। चीन के उद्योग और दूरसंचार मंत्री मिआओ वी ने कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्‍स के लिए बेहतरीन मोबाइल नेटवर्क की जरूरत पड़ेगी। यही वजह है कि चीन 6जी पर पहले से ही काम शुरू कर रहा है।


डिजिटल लाइफ के लिए 6जी जरूरीचीन के दूरसंचार मंत्रालय ने कहा है कि भविष्य में डिजिटल लाइफ स्टाइल को चलाने के लिए बेहतरीन मोबाइल नेटवर्क की जरूरत पड़ेगी। यह नेटवर्क तेजी से काम करने वाला होना चाहिए ताकि डिजिटल लाइफ में ड्राइवरलेस कार तक त्वरित संदेशों का आदान-प्रदान हो सके। डाटा के तेज ट्रांसफर के लिए चीन 6जी मोबाइल नेटवर्क के विकास पर काम शुरू करेगा।थिंग्स ऑफ इंटरनेट के लिए तैयारीचीनी दूरसंचार मंत्रालय थिंग्स ऑफ इंटरनेट को ध्यान में रखकर 6 जी डेवलप करने की तैयारी कर रहा है। थिंग्स ऑफ इंटरनेट एक कांसेप्ट है जिसके तहत रोजमर्रा की सभी डिवाइस आपस में जुड़ जाएंगीं। इनकी कनेक्टिविटी के लिए मोबाइल नेटवर्क की जरूरत पड़ती है ताकि उसे एक सेंट्रलाइज सिस्टम के तहत कहीं से भी ऑपरेट या कंट्रोल किया जा सके।हुआवे, जीटीई कर रहे 5जी पर काम
चीन और भारत में 5जी कनेक्टिविटी पर हुआवे काम कर रहा है। चीन में इस तकनीक पर जीअीई भी काम कर रही है। हालांकि अभी तक 5जी पर काम चल ही रहा है। 5जी के तहत इंटरनेट मौजूदा इंटरनेट की तुलना में 20 से 50 गुना ज्यादा तेज काम करेगा। हुआवे ने भारतीय टेलीकॉम कंपनियों के साथ पार्टनरशिप करके इस पर काम शुरू कर दिया है।

Posted By: Satyendra Kumar Singh