ब्रिक्स कंट्री के दौरे पर निकले कलाकारों ने बनारस में किया अपनी कला का प्रदर्शन

बनारस के मस्त-मौला जीवन और अध्यात्म से जुड़ाव से हैं बेहद प्रभावित

VARANASI

नदी की धारा के समान स्वच्छ और निर्बाध बहता जीवन, पेड़ पर लगे फलों जैसा इंसान के कार्यो के फल। जिंदगी को देखने का ये नजरिया है दुनियाभर में मशहूर छह चाइनीज कलाकारों का। ब्रिक्स कंट्रीज में अपनी कला का प्रदर्शन करने की नियत से निकले ये कूची के सिद्धहस्त भारत आए तो इन्हें बनारस का आकर्षण यहां खींच लाया। इस शहर में गंगा किनारे से लेकर हर उस जगह पर जाकर शहरवासियों के जीवन को नजदीक से निहारा और उसे अपने नजरिए से कैनवास पर उतार दिया। घाट से लेकर कई सार्वजनिक स्थानों पर उसका प्रदर्शन किया। उनकी कला को जिसने देखा तारीफ किए बिना नहीं रह सका। साथ ही उससे मिलने वाला मैसेज उन्हें जीवन के प्रति एक नयी सोच दे गया।

दुनिया को दे रहे संदेश

चाइनीज कालाकारों का दल ब्रिक्स कंट्री की कला-संस्कृति और उनकी लाइफ स्टाइल को देखने, समझने और उसे अपने नए नजरिए से कैनवास पर उकेरकर दुनिया के सामने लाने निकला है। यहां से पहले ब्राजील और रूस में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं। भारत में उन्होंने बनारस को चुना। यहां के लोगों की मस्तमौला जिंदगी और अध्यात्म से उनके जुड़ाव से बेहद प्रभावित हैं। कालाकारों के दल में शामिल ली सा ने पेरिस, न्यूयार्क, मकाऊ में भी कला का प्रदर्शन किया है। यू गाओ ने सिंगापुर, बेल्जियम, जर्मनी, कोरिया, ब्रिटेन, इटली में अपनी कला का लोहा मनवाया है। वेनकिंग क्वी, पेंग क्वी, यीन पीहान, झांग वी के आर्ट को दुनिया के कई देश देख चुके हैं। पेटिंग, मॉलड्स, म्यूरल, स्कल्पचर समेत कला के अन्य विधाओं के जरिए दुनिया को संदेश देते हैं। जिस देश में जाते हैं वहां के आम लोगों की जिंदगी को अपनी आर्ट के जरिए नया नजरिया देते हैं।

दिल में बस गया बनारस

भारत के पड़ोसी देश चाइना से आए कलाकारों को बनारस बेहद पसंद आया। खासतौर पर यहां के लोगों का मस्त मौला जीवन। कलाकार इससे इतने प्रभावित हुए कि यहां प्रदर्शन के लिए पहले से तैयार थीम को भूलकर बनारस के रंग में रंगे थीम पर काम किया। उन्होंने नोटबंदी के असर को दिख्राते हुए संदेश दिया कि धन स्थायी नहीं है। इसके पीछे भागना व्यर्थ है। जानवरों को आस्था से जोड़कर उनके साथ आराम से रहने की बनारसियों की कला भी चाइनीज कलाकारों के कैनवास पर नजर आयी।

Posted By: Inextlive