गंगनहर किनारे पेड़ काटकर सड़क बनाने का विरोध

Meerut। गंगनहर की पटरी पर खडे़ हरे पेड़ काटकर सड़क बनाने का विरोध शुरू हो गया है। सेव इंडिया जन फाउंडेशन के आह्वान पर कई स्वयं सेवी संगठनों के प्रतिनिधियों ने इसका कड़ा विरोध किया। साथ ही 10 मार्च से इस मामले को लेकर उत्तराखंड की भांति चिपको आंदोलन शुरू करने का एलान किया है। कहा कि पटरी को छोड़कर दूसरी जमीन का अधिग्रहण करें, एक भी पेड़ कटा तो भारी विरोध होगा।

सर्किट हाउस में पंचायत

मंगलवार को सर्किट हाउस मैदान में इस मामले को लेकर पंचायत का आयोजन किया गया। इसमें पूर्व आइएफएस अधिकारी धर्मवीर कपिल व सेव इंडिया फाउंडेशन संयोजक राजेश शर्मा समेत अन्य वक्ताओं ने विचार रखे। वक्ताओं का कहना था कि लोक निर्माण विभाग ने प्रस्ताव दिया है कि गंगनहर की पटरी पर दाहिनी ओर सड़क बनाई जाएगी। इसके लिए करीब 2.27 लाख हरे पेड़ काटकर करीब 118 किमी की यह सड़क बनेगी। उनका कहना है कि प्रस्ताव में कई बातों को छिपाया गया है। इसके पक्ष में न तो सिंचाई विभाग है और न ही वन विभाग। पंचायत में सर्वसम्मति से 2.27 लाख पौधों को कटान से बचाने के लिए चिपको आंदोलन चलाने का प्रस्ताव पारित किया। वहीं, सर्वसम्मति से आंदोलन के संरक्षक के रूप में पूर्व आइएफएस अधिकारी धर्मवीर कपिल को चुना गया। 10 मार्च को गंगनहर की पटरी पर आंदोलन के तहत एक बड़ा कार्यक्रम होगा। एनजीटी में याचिका भी दायर की जाएगी। पंचायत में काव्यांजलि वेलफेयर एसोसिएशन, पंख हौसलों की उड़ान, गोरक्षा समिति समेत समेत अन्य स्वयं सेवी संगठनों से प्रीति त्यागी, नितिन बालियान, भावना शर्मा, चौधरी जगदीश तेवतिया, अनुज कौशिक, मनोज शास्त्री मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive