चित्रांगदा बोलीं फिल्मों से दर्शक करते हैं एक्टर्स के कैरेक्टर का परसेप्शन, निजी जिंदगी पर भी पड़ता है ये असर
features@inext.co.inKANPUR : चित्रांगदा ने एक इंटरैक्शन में कहा कि फीमेल एक्टर्स की इमेज उनके ऑन-स्क्रीन रोल्स की वजह से स्टीरियोटाइप हो जाती है और इसके पीछे फिल्म फ्रैटर्निटी और ऑडियंस दोनों का ही हाथ होता है। वह कहती हैं, 'मुझे लगता है कि रियल लाइफ में एक्ट्रेसेज को वैसे ही देखा जाता है जैसे वो स्क्रीन पर रोल्स प्ले करती हैं। शेयर किया अपना ये किस्साचित्रांगदा बोलीं, 'मुझे याद है कि कैसे मेरी पहली फिल्म के बाद लोगों को लगने लगा था कि मैं अपनी जिंदगी में सिर्फ कॉटन साडिय़ां ही पहनती हूं। और मैं इस बात को लेकर भी श्योर हूं कि रोल की डिमांड पर अगर कोई एक्ट्रेस बोल्ड सीन करती है तो भी उसको बिल्कुल वैसे ही रियल लाइफ में भी समझा जाता है। ये बहुत ही खतरनाक है और ऐसा नहीं होना चाहिए।'
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