फिर उन्हीं कंपनियों को सौंदर्यीकरण का ठेका मिला, जिन्होंने मेंटनेंस तक नहीं किया

आखिर जिम्मेवारी से मुकरने वाली कंपनियों को बार-बार ठेका क्यों दे रहा नगर निगम

किसी चौक का तीन साल से नहीं हुआ मेंटनेंस, तो कहीं आवारा जानवर चट कर रहे गोलंबर के अंदर की हरियाली

>RANCHI: रांची के चौक-चौराहे कहीं से कैपिटल सिटी जैसे नहीं दिख रहे हैं। यहां ब्यूटीफिकेशन की बात तो दूर, मेंटेनेंस तक के लाले पड़े हुए हैं। किसी चौक पर बने गोलंबर की दीवार पर सालों से रंग-रोगन नहीं किया गया है, तो कहीं गोलंबर के अंदर की हरियाली आवारा जानवर चट कर रहे हैं। हाईमास्ट लाइट तक की व्यवस्था नहीं है। इसके बावजूद रांची नगर निगम ने इन्हें चकाचक करने का ठेका एक बार फिर उन्हीं बैंक, कंपनियों व एजेंसियों को देकर अपना पिंड छुड़ा लिया है। जो इन चौक-चौराहों का यूज सालों से सिर्फ अपने फायदे के लिए करते रहे हैं। इससे सवाल उठना लाजिमी है कि भला ऐसे में कैसे चमकेंगे सिटी के चौक-चौराहे।

क्-अल्बर्ट एक्का चौक

मेन रोड का अल्बर्ट एक्का चौक सिटी का सिर्फ नाम का प्रमुख चौराहा है। यहां शहीद अल्बर्ट एक्का की प्रतिमा लगाई गई है, जिसकी चहारदीवारी जर्जर हो रही है। अंदर का घास आवारा जानवर चट कर रहे हैं। फिरायालाल चौक के नाम से प्रसिद्ध इस चौराहे के आसपास की सड़क भी जहां-तहां टूटी हुई है। इस चौक के सौंदर्यीकरण का ठेका पहले बैंक ऑफ इंडिया को मिला, फिर अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को मिला। लेकिन, पिछले एक साल से इस कंपनी ने यहां कोई काम नहीं कराया। हद तो तब हो गई जब मेनटेनेंस भी नहीं कराने वाली इसी कंपनी को दोबारा ठेका दे दिया गया।

ख्- किशोरी यादव चौक, रातू रोड

रातू रोड पर स्थित किशोरी यादव चौक की हालत भी दयनीय है। इसके सौंदर्यीकरण का ठेका बैंक ऑफ इंडिया, जोनल ऑफिस प्रधान, टॉवर मेन रोड के पास है। लेकिन, इस चौक पर सालों से रंग-रोगन तक नहीं किया गया है। यहां के गोलंबर में जगह-जगह से दरार आ गई है। लेकिन, इसकी मरम्मत कराने वाला भी कोई नहीं है। पिछले तीन साल से इसका मेनटेनेंस नहीं हुआ है। इसके बावजूद एक बार फिर इसी कंपनी को ठेका दिया गया है। ऐसे में नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठता है कि आखिर जब तीन साल तक इसने ब्यूटीफिकेशन का कोई काम नहीं किया, तो फिर इसी को जिम्मेवारी देने की क्या मजबूरी थी।

फ्-देवेन्द्र मांझी चौक

इस चौक की लाइटिंग से लेकर सजाने और संवारने तक का काम केनरा बैंक, कडरू बाईपास रोड डोरंडा रांची को पिछले दो बार से दिया जा रहा है। लेकिन, यह चौक आज भी बदहाल है। यह बैंक कोई काम नहीं किया है। इसके बावजूद एक बार और इसी बैंक को जिम्मेवारी देना समझ से परे है।

ब्-कांटाटोली चौक

इस चौक को खूबसूरत बनाने का जिम्मा यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पुरुलिया रोड कांटाटोली चौक के हवाले है। लेकिन, यहां पर भी काम में बैंक कोई इंट्रेस्ट नहीं ले रहा है। उसके बाद भी इसी बैंक को फिर से मेनटेनेंस की जिम्मेवारी मिली है।

भ्-करमटोली चौक

इस चौक को खूबसूरत बनाने का काम पहले नाबार्ड बैंक के जिम्मे था, लेकिन अब यह जिम्मेवारी मेडिका अस्पताल को दे दी गई है।

म्-शहीद चौक

सिटी के प्रमुख चौराहों में एक शहीद चौक भी बदहाली का आंसू बहा रहा है। जबकि इसको संजाने संवारने का ठेका बैंक ऑफ बड़ौदा, बिष्टुपुर, जमशेदपुर ने लिया था, लेकिन अब यह जिम्मेवारी अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को दे दी गई है।

7-हरमू चौक

इस चौक को संवारने का जिम्मा इलाहाबाद बैंक, लालपुर को मिला है। लेकिन यह बैंक भी यहां पर कोई काम नहीं कर रहा है। इसके बाद भी इसे ही दोबारा जिम्मेवारी सौंपी गई है।

8- सुजाता चौक- इस चौक को संवारने की जिम्मेवारी पंजाबी हिन्दू बिरादरी को मिली है। लेकिन यह चौक भी बदहाल है। इसके बावजूद फिर से यह जिम्मेवारी इसे ही मिली है।

9- राजेन्द्र चौक

राजेन्द्र चौक को संवारने का जिम्मा पहले मेकॉन के पास था, फिर इसे जिंदल ने लिया था। लेकिन यहां पर जितना काम होना चाहिए था, उतना हुआ नहीं। इसके बावजूद फिर से यह जिम्मेवारी जिंदल को ही थोप दी गई है।

क्0-कर्बला चौक

इस चौक को संवारने का काम एसीसी सीमेंट, चाईबासा को करना था, लेकिन इस चौक पर भी सौंदर्यीकरण का कोई काम नहीं किया गया। उसके बाद इसे अल्ट्राटेक सीमेंट को दिया गया। काम नहीं हुआ। इसके बावजूद दोबारा अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी को ही जिम्मेवारी मिली है।

Posted By: Inextlive