दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार क्रिस गेल भी नस्लवाद का शिकार हुए थे। गेल का कहना है कि अन्य क्षेत्राों की तरह क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। 'ब्लैक लाइव्स मैटर' अभियान के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए, स्टार वेस्टइंडीज के बल्लेबाज क्रिस गेल ने आरोप लगाया है कि उन्हेंं अपने करियर के दौरान नस्लवादी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा और बताया क्रिकेट भी इससे दूर नहीं है। हालांकि गेल को यह कब सहना पड़ा, इसके बारे में डिटेल जानकारी उन्होंने नहीं दी। लेकिन संकेत दिया कि यह ग्लोबल टी-20 लीग के दौरान कभी हुआ था।

गेल ने भी याद किया नस्लभेदी टिप्पणी

क्रिस गेल ने सोमवार रात इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया, "मैंने दुनिया की यात्रा की है और मुझ पर कई बार नस्लीय टिप्पणी हुई क्योंकि मैं काला हूं, मेरा विश्वास करो, लिस्ट बहुत लंबी है।" विंडीज क्रिकेटर ने आगे कहा, 'नस्लवाद केवल फुटबॉल में नहीं है, यह क्रिकेट में भी है।' हालांकि उन्होंने कहा, वह इस पर गर्व करते हैं। बता दें गेल की यह पोस्ट इसलिए आई क्योंकि अमेरिका में इन दिनों एक अश्वेत नागरिक की पुलिस द्वारा हत्या करने के बाद काफी विवाद बढ़ गया। इसको लेकर पूरे अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन चल रहा है।

पिछले साल आर्चर का सामने आया था मामला

क्रिकेट में जातिवाद पर पिछले साल सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया गया था जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर को न्यूजीलैंड में एक दर्शक ने गाली दी थी। न्यूजीलैंड के शीर्ष खिलाडिय़ों और क्रिकेट बोर्ड ने अंग्रेज को इस घटना के लिए माफी की पेशकश की थी। इसके अलावा सोमवार रात को, इंग्लैंड क्रिकेट टीम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने एक संदेश पोस्ट किया जिसमें नस्लवाद की निंदा की गई थी। पोस्ट में लिखा था, 'हम विविधता के लिए खड़े हैं, हम नस्लवाद के खिलाफ खड़े हैं।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari