PATNA: हैप्पी क्रिसमस. रात के बारह बजते ही ओम के फोन पर व्हाट्स एप का ये नोटिफिकेशन आने लगा. देखा तो गौरव ने ओम को क्रिसमस विश किया था. ये वही गौरव है जो ओम का जन्मदिन भूल गया था लेकिन क्रिसमस पर वो ओम को मैसेज करना नहीं भूला. यह कहानी केवल ओम और गौरव की नहीं है. सिटी में क्रिसमस पर हर कोई एक दूसरे को विशेस भेजने में लगा हुआ है. एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले आशीष दीक्षित ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं उन्होंने अपने तीनों बच्चों के लिए कल संता क्लॉज की डे्रस खरीदी है. ये सभी बातें यह बताने के लिए काफी है कि अब क्रिसमस केवल किसी एक धर्म का त्यौहार नहीं रहा. इसे पटना में हर जाति धर्म का व्यक्ति सेलीब्रेट कर रहा है.


हर ओर दिखी खुशी ही खुशी

रात के बारह बजते ही हर कदम के लिए जैसे एक ही मंजिल थी। पटना के सभी प्रमुख चर्चों में आधी रात से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रभु जीसस के जन्मदिन पर चर्च में कैंडल जलाने और एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देने वालों की कतार लगी रही। रंग-बिरंगी रोशनी और कैंडिल से जगमगा रहे चर्चों में ईसा मसीह का जन्मदिन मनाते लोगों में धर्म और जाति का कोई बंधन नहीं दिखा। हर कोई धर्म के बंधन से बाहर निकलकर एक-दूसरे को मेरी क्रिसमस कहता दिखा। बाजार के एक्सपर्ट की मानें तो 10 साल पहले क्रिसमस को केवल ईसाई धर्म के लोग ही मनाते थे। यही कारण है कि पटना में इसका बाजार भी कम गुलजार होता था। लेकिन, अब यह दीवाली और होली जैसा त्यौहार हो चुका है। इसे हर धर्म के लोग सेलीब्रेट करते है। पिछले 10 साल में क्रिसमस के बाजार में 80 प्रतिशत की ग्रोथ हुई है. 

 

चर्च में विशेष प्रार्थना 

सभी चर्चों में प्रेयर करनेे वालों की लाइन लगी रही, जिसमें सभी धर्मों के लोग शामिल हुए। खासकर युवाओं के लिए तो जैसे ये सबसे खास दिन था। सबकुछ भूलकर युवा वर्ग चर्च में कैंडिल जलाते और मदर मरियम और जीजस की स्टैच्यू के साथ सेल्फी लेते नजर आए। बिहार के युवाओं ने देश को संदेश दिया कि कैसे जाति और धर्म को परे रखकर एक पर्व को हमसब शांतिपूर्वक सेलिब्रेट कर सकते हैं।

 

भले ही हम बदलते परिवेश में जी रहे हों, लेकिन हमें अपने संस्कार नहीं भूलने चाहिए, यूथ हर धर्म करा सम्मान कर रहे हैं, ये गर्व की बात है।

- रौशन (संचार मैनेजर)

 

अपना जन्म दिन सेलीब्रेट करने चर्च आया हूं। इससे बड़ी खुशी क्या होगी कि मेरे जन्मदिन पर संता विशेज पूरी करते हैं।

-अभिनव प्रियांशु, छात्र(डॉन वास्को स्कूल)


Posted By: Inextlive